मंडियों में किसानों से हो रही लूट पर छलका कृषि मंत्री का दर्द, जानिए क्या दिया बयान

Friday, Sep 06, 2019 - 06:40 PM (IST)

शिमला (योगराज): किसानों के साथ प्रदेश की फल व सब्जी मंडियों में हो रही लूट को रोकने में सरकार पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। खुद प्रदेश के कृषि मंत्री राम लाल मारकंडा इस बात को स्वीकार कर रहे हैं कि किसानों के साथ लूट हो रही है लेकिन सरकार कुछ भी नहीं कर पा रही है क्योंकि एपीएमसी सरकार के नियंत्रण से बाहर है। कृषि मंत्री ने कहा कि वे केवल ट्रांसफर और विधानसभा में जवाब देने तक ही सीमित हैं लेकिन किसानों के साथ हो रही लूट रोकने में असमर्थ हैं।

एपीएमसी में मिल रहा भ्रष्टाचार को बढ़ावा

कृषि मंत्री एपीएमसी की कार्यप्रणाली से खासे नाराज हैं। उनका कहना है कि एपीएमसी की कार्यप्रणाली से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है, जिस कारण किसानों-बागवानों को उचित दाम नही मिल पा रहे हैं। उन्होंने किसानों-बागवानों को इस भ्रष्टाचार से बचाने के लिए विधानसभा में कृषि उपज विपणन बिल लाया गया था लेकिन ये बिल पास नहीं हो पाया । उम्मीद है कि शीतकालीन सत्र में बिल पास हो जाएगा और प्रदेश की मंडिया भी सरकार के नियंत्रण में आ जाएंगी, जिसके के बाद किसानों-बागवानों से लूट नहीं हो पाएगी।

बरसात से खरीफ फसल को पहुंचा 8751.26 लाख का नुक्सान

वहीं कृषि मंत्री ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में बरसात से खरीफफसल को 8751.26 लाख का नुकसान पहुंचा है। 31 अगस्त, 2019 तक 4,43,910 हैक्टेयर फसल बारिश की भेंट चढ़ गई, जिससे 28,606 हैक्टर कृषि भूमि प्रभावित हुई है। सबसे ज्यादा नुक्सान (2118.51 लाख)  सिरमौर जिला की फसलों को पहुंचा है। सबसे कम नुक्सान (22.20 लाख) बिलासपुर में हुआ है। उन्होंने बताया कि इस बार बरसात से फसलों को भारी नुक्सान पहुंचा है, जिसकी भरपाई के लिए केंद्र से मदद मांगी जाएगी।

Vijay