वाद्ययंत्रों की ताल पर झूमे देवी-देवता, शाही अंदाज से निकली राज देवता माधोराय की दूसरी जलेब

Saturday, Mar 05, 2022 - 09:24 PM (IST)

मंडी (रजनीश हिमालयन): अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी में शनिवार को राज देवता माधोराय की शाही मध्य जलेब निकाली गई। इस जलेब में जल शक्ति व बागवानी मंत्री ठाकुर महेंद्र सिंह बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए। राज देवता माधोराय की पूजा-अर्चना के बाद विभिन्न देवी-देवताओं के देवलुओं के साथ यह जलेब पड्डल मैदान पहुंची। इस दौरान मंडी शहर में श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। इससे पहले जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने अपनी पत्नी प्रोमिला ठाकुर के साथ माधोराय मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना की। उसके बाद शाही जलेब देवी-देवताओं के ढोल-नगाड़ों की ताल पर झूमते हुए निकली।

छोटी काशी के माहौल को देवमय बनाते मंडी के नौजवान

पड्डल में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने सर्वप्रथम सभी देवी-देवताओं को प्रणाम करते हुए कहा कि महाशिवरात्रि के इस पावन पर्व पर छोटी काशी मंडी में देवी-देवताओं, कारदारों व देवलुओं की मौजूदगी में गांव व शहर का एक अनूठा एवं भव्य मिलन होता है। मंडी के नौजवान देवी-देवताओं के साथ छोटी काशी केवल पहुंचते ही नहीं हैं, बल्कि यहां के माहौल को देवमय बना देते हैं। उन्होंने कहा कि मंडी में निकलने वाली इस भव्य जलेब के माध्यम से एक अनूठा व आलौकिक नजारा बनता है। जल शक्ति मंत्री ने कहा कि एशियन विकास बैंक के माध्यम से 900 करोड़, ब्रिक्स के माध्यम से 800 करोड़, मंडी व कुल्लू जिला में बफर क्षेत्र विकसित करने के लिए 353 करोड़ तथा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के माध्यम से मंडी जिले में 378 करोड़ रुपए की राशि व्यय की जाएगी। सैटलमैंट ऑफिस भी मंडी में ही शुरू किया जाएगा। इसके अतिरिक्त लोक निर्माण विभाग का आर्किटैक मुख्य अभियंता का कार्यालय भी शुरू किया जाएगा।

पुरानी पैंशन योजना को लेकर सरकार के दरवाजे खुले 

जल शक्ति मंत्री ने कहा कि कर्मियों की पुरानी पैंशन योजना को लेकर सरकार ने दरवाजे खुले रखे हैं। जल शक्ति मंत्री ने पड्डल में विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई विकास प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इससे पहले मेला समिति के अध्यक्ष एवं डीसी अरिंदम चौधरी ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए मेले की विभिन्न गतिविधियों और आयोजनों की जानकारी दी। इस मौके विधायक कर्नल इंद्र सिंह, हीरा लाल और प्रकाश राणा, जिला परिषद अध्यक्ष पाल वर्मा, नगर निगम की महापौर दीपाली जसवाल, उपमहापौर वीरेंद्र भट्ट, पार्षद व अन्य जनप्रतिनिधि, एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री, एडीसी जतिन लाल और एसडीएम रितिका जिंदल उपस्थित रहे। 

जलेब में सबसे आगे चली देवता छानणू-झमाहूं की जोड़ी

माधोराय की जलेब में बालीचौकी क्षेत्र के देवता छानणू-झमाहूं की जोड़ी सबसे आगे चली। उसके बाद देव कोटलू नारायण, देव सरोली मार्कंडेय, देव शैटीनाग, देवी डाहर की अंबिका, देव विष्णु मतलोडा, देव मगरू महादेव, देव चपलांदू नाग, श्रीदेव बायला नारायण, देव बिट्ठू नारायण, देव लक्ष्मी नारायण पखरोल, चौहारघाटी के देव हुरंग नारायण, देव घड़ौनी नारायण, देव पशाकोट नारायण, देव पेखरू का गहरी, देव चुंजवाला शिव, देव तुंगासी ब्रह्मा, देवी सरस्वती महामाया, देवी नाऊ अंबिका के बाद राज माधव की चांदी की कुर्सी और उसके पीछे राज देवता की पालकी रही। माधोराय की पालकी के पीछे देव शुकदेव डगाहंढु, देव शुकदेव मड़घयाल, देव जलौणी गणपति, देव शेषनाग टेपर, देव झाथीवीर और देव टूंडीवीर शामिल हुए।

परंपरा तोड़ घुड़सवार से आगे चले सांस्कृतिक दल

शिवरात्रि महोत्सव में आए दिन पुरानी परंपराओं को तोड़ने का सिलसिला जारी होता दिखाई दे रहा है। इससे पहले माधोराय की जलेब शुरू होने पर सबसे आगे घुड़सवार चलते थे लेकिन इस बार  जलेब की परंपरा तोड़कर घुड़सवारों से आगे सांस्कृतिक दल निकल रहे हैं। प्रथम जलेब में भी ऐसा ही देखने को मिला था। जिला प्रशासन द्वारा प्रकाशित की गई शिवरात्रि मार्गदर्शिका में भी इस बात का उल्लेख किया गया है कि माधोराय की जलेब में सबसे आगे पुलिस के घुड़सवार और होमगार्ड बैंड व पुलिस के जवान शामिल होते हैं। मगर इस बार पहली ही जलेब से प्रशासन ने रियासतकाल से चली आ रही इस परंपरा को तोड़ा है। दूसरी जलेब के मुख्यातिथि जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह भी जलेब में पैदल शामिल न होकर खुली जीप में सवार हुए।

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Content Writer

Vijay