निजी स्कूलों का करवाया जाए ऑडिट, अभिभावकों ने उठाई यह मांग

Friday, Apr 12, 2019 - 04:03 PM (IST)

चैलचौक: निजी स्कूलों में बच्चों के अभिभावकों से एडमिशन फीस को न लेकर अन्य तरह के फंड और फीस में वृद्धि कर उसे पूरा कर लिया गया है जबकि इनके आगे सरकार और प्रशासन बेबस दिखाई दे रहे हैं। अगर स्कूलों का ऑडिट किया जाए तो साफ तौर पर इस फीस वृद्धि लेने का खुलासा हो जाएगा। कई निजी स्कूल तो ऐसे चल रहे हैं जोकि बोर्ड द्वारा रखी गई शर्तों को भी पूरा नहीं कर पा रहे हैं, वहीं सी.बी.एस.ई. से मान्यता प्राप्त स्कूलों ने तो बच्चों के अभिभावकों को एडमिशन फीस की रसीद भी दी है। उनका तर्क है कि उन्हें एडमिशन फीस न लेने का कहीं से कोई आदेश प्राप्त नहीं है और ये आदेश सिर्फ हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड धर्मशाला से मान्यता प्राप्त स्कूलों के लिए ही हैं। अभिभावक भी बच्चों के भविष्य की चिंता को लेकर निजी स्कूलों के खिलाफ मोर्चा नहीं खोल पा रहे हैं, जिसका फायदा उठाकर निजी स्कूल मनमानी लूट को अंजाम देते रहे हैं। 

चिन्हित दुकानों से किताबें-वर्दियां लेने के लिए किया जा रहा है बाध्य

अभिभावकों को स्कूलों द्वारा चिन्हित की गई दुकानों से ही किताबें और वर्दियां लेने के लिए बाध्य किया जा रहा है। अभिभावकों ने प्रदेश शिक्षा बोर्ड और प्रशासन से मांग की है कि निजी स्कूलों का पिछला 5 वर्षों से ऑडिट किया जाए, जिसके बाद स्कूलों द्वारा की जा रही लूट का खुलासा हो जाएगा।





 

Ekta