निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ अभिभावकों ने खोला मोर्चा, दी यह चेतावनी

Sunday, Mar 10, 2019 - 02:29 PM (IST)

शिमला (योगराज): प्रदेश में निजी स्कूलों द्वारा हर साल बढ़ाई जा रही कई गुणा फीस के खिलाफ अभिभावकों ने मोर्चा खोल दिया है। शिमला के कालीबाड़ी हॉल में छात्र अभिभावक संघ ने निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ आंदोलन को तेज करने की रणनीति बनाई। छात्र अभिभावक संघ के अध्यक्ष विजेंदर मेहरा ने बताया कि निजी स्कूलों में अभिभावकों को हर साल लूटने का काम चल रहा है। हर साल स्कूल बिना किसी के परवाह किए मनमाने तरीके से फीसें बढ़ा रहा है।

संघ ने बीते वर्ष भी इसके खिलाफ आंदोलन किया था। साथ ही प्रदेश के शिक्षा मंत्री से भी निजी स्कूलों की लूट खसूट के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी, लेकिन निजी स्कूलों ने सरकार और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों को ठेंगा दिखाते हुए इस बार भी फीसों में भारी वृद्धि की है जिसे मध्यम वर्ग के परिवारों को स्कूलों में बच्चे पढ़ाने मुश्किल हो गए हैं। संघ ने सरकार से निजी स्कूलों की फीस को रेगुलेट करने के लिए प्रदेश में राजस्थान सरकार की तरह फीस रेगुलेटरी कमीशन का गठन करने की मांग की है।

अभिभावकों ने बताया कि सरकारी स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ अध्यापकों की भारी कमी है जिससे वे सरकारी स्कूलों में बच्चे नहीं पढ़ा सकते। मजबूरन निजी स्कूलों में बच्चे में पढ़ाने पड़ रहे हैं लेकिन निजी स्कूल भी हर साल फीसों में भारी वृद्धि कर रहे हैं जिससे बच्चों को पढ़ाना अभिभावकों की पहुंच से बाहर होता जा रहा है। प्रदेश में निजी स्कूलों की दंबगई का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि 1473 स्कूलों में केवल 53 स्कूलों ने ही शिक्षा विभाग के फीस को लेकर दिए गए। नोटिस का जवाब दिया है जबकि अन्य ने विभाग को जवाब देना जरूरी नहीं समझा। सरकार एक तरफ जंहा प्रदेश में गुणात्मक शिक्षा और निशुल्क शिक्षा देने की बात करती है। वहीं दूसरी तरफ निजी स्कूलों की मनमानी को रोकने में असमर्थ नजर आती है।

 

Ekta