निजी अस्पताल की गलत रिपोर्ट ने बताया HIV, डिप्रेशन में गई महिला की मौत

Tuesday, Aug 27, 2019 - 06:35 PM (IST)

शिमला (जस्टा): शिमला जिला के एक निजी अस्पताल की लापरवाही महिला पर भारी पड़ गई। एड्स सुनते ही डिप्रैशन में गई महिला की आई.जी.एम.सी. में मौत हो गई है। 22 वर्षीय महिला के भाई ने आरोप लगाए हैं कि उनकी बहन को जैसे ही यह बताया गया कि उसे एड्स है वह उसी दिन डिप्रैशन में चली गई थी। यह कोमा में चली गई थी। मृत महिला के भाई का कहना है कि 21 अगस्त को एक निजी अस्पताल में बच्चे दानी की ट्यूब फटने के चलते उपचार के लिए गई थी तभी वहां पर उनके टैस्ट लिए गए। निजी अस्पताल में महिला की एक रिपोर्ट एच.आई.वी. पॉजीटिव निकली।

निजी अस्पताल में डाक्टर ने कहा कि यहां बच्चेदानी की ट्यूब फटने का इलाज नहीं होना है। महिला को शिमला ले जाओ तभी परिजन महिला को उपचार के लिए के.एन.एच. अस्पताल शिमला ले आए और वहां पर बच्चेदानी की ट्यूब फटने का ऑप्रेशन करवाया। ऑप्रेशन के बाद महिला ठीक हो गई थी, लेकिन जब डाक्टर ने महिला से पूछताछ की तो बताया कि जो निजी अस्पताल में आपने टैस्ट करवाए हैं, उसमें रिपोर्ट एच.आई.वी. पॉजीटिव आई है, ऐसे में महिला घबरा गई। हालांकि महिला का कहना था कि उसकी रिपोर्ट एच.आई.वी. पॉजीटिव कैसे आ सकती है।

डॉक्टर की सारी बात सुनकर महिला डिप्रैशन में चली गई और परिजनों ने गंभीर हालत में महिला को आई.जी.एम.सी. में भर्ती करवाया था। महिला के भाई का कहना है कि आई.जी.एम.सी. में फिर से एच.आई.वी. का टैस्ट करवाया गया, लेकिन रिपोर्ट नैगेटिव आई थी। आई.जी.एम.सी. में डाक्टरों ने साफ कहा है कि महिला को एड्स नहीं है तभी परिजनों को भी एहसास हुआ कि निजी अस्पताल में रिपोर्ट गलत आई है। महिला के भाई का कहना है कि यह सब कुछ निजी अस्पताल की वजह से हुआ है। अगर निजी अस्पताल वाले सही से रिपोर्ट देते तो वह कोमा में न जाती और न ही उसकी मौत होती।

kirti