हिमाचल में 21 जून को थम सकते हैं निजी बसों के पहिए, जानिए क्या है वजह (Video)

Sunday, Jun 10, 2018 - 05:43 PM (IST)

घुमारवीं (मुकेश): प्रदेश सरकार ने यदि निजी बस ऑप्रेटरों की मांगें नहीं मानीं तो पूरे प्रदेश में 21 जून को निजी बसों के पहिए थमेंगे। यह निर्णय निजी बस ऑप्रेटर यूनियन की राज्य स्तरीय बैठक में यूनियन के पदाधिकारियों और आप्रेटरों ने ध्वनिमत में सामूहिक रूप से लिया। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष राजेश पराशर, महासचिव रमेश कमल विशेष रूप से उपस्थित रहे जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता बिलासपुर जिला के प्रधान राजेश पटियाल ने की। पदाधिकारियों ने कहा कि 21 जून को पूरे प्रदेश में सांकेतिक धरना-प्रदर्शन शांतिपूर्वक किया जाएगा। यदि इससे पहले प्रदेश सरकार निजी बस आप्रेटरों की मांगों को मान जाती है तो यूनियन द्वारा सांकेतिक धरना-प्रदर्शन नहीं किया जाएगा लेकिन यदि मांगों को नहीं माना जाता है तो यूनियन 27 जून से क्रमिक अनशन पर बैठ जाएगी।


डीजल के दामों हुई वृद्धि से बढ़ी मुश्किल
बैठक में प्रदेश भर के निजी बस मालिकों को आ रही समस्याओं के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। इसके उपरांत अगामी रणनीति बनाई गई। इस दौरान राजेश पराशर ने कहा कि डीजल के मूल्यों में बहुत वृद्धि हुई है, जिससे आप्रेटरों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। डीजल के दामों के साथ बस अड्डों की फीस, स्पेयर पार्ट्स, इंश्योरैंस, ग्रीन टैक्स की फीस भी इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि बसों के खर्चे तक पूरे नहीं हो पा रहे हैं। इसी समस्या से जूझते हुए कुछ आप्रेटरों ने बसों को खड़ा करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने इस ओर कोई विशष ध्यान नहीं दिया तो वो दिन दूर नहीं जब सभी आप्रेटरों को अपनी बसों को खड़ा करना पड़ सकता है।


...तो आत्मदाह करने पर मजबूर हो जाएंगे बस आप्रेटर
राजेश पराशर ने कहा कि दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे डीजल के दामों व अन्य कलपुर्जों के दामों से आप्रेटरों की देनदारियां बढ़ती जा रही हैं। 50 हजार की इंश्योरैंस अब 70 हजार रुपए पहुंची गई है। जिला प्रधान राजेश पटियाल ने कहा कि यदि सरकार लोगों को सस्ती परिवहन की सुविधा देना चाहती है तो जो डीजल का दाम 50 रुपए से उपर का है, उसे सबसिडी के रूप में व अन्य कलपुर्जों पर जो बढ़ौतरी हुई है उसे टैक्स के रूप में छूट दी जाए। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं होता है तो निजी बस आप्रेटर आत्मदाह करने पर मजबूर हो जाएंगे क्योंकि टैक्स, कलपुर्जों व चालक-परिचालक के खर्चे पूरे नहीं हो पा रहे हैं। सभी ऑप्रेटरों ने मुख्यमंत्री व परिवहन मंत्री से मांग की है कि उनके हितों को ध्यान में रखते हुए लोकल किराए में 10 रुपए व प्रति किलोमीटर किराए में 50 प्रतिशत बढ़ौतरी की जाए अन्यथा वे रूट परमिट सरकार को जमा करवा कर अनशन करने को मजबूर हो जाएंगे।


ये रहे बैठक में मौजूद
इस मौके पर कांगड़ा से प्रधान अवस्थी, पवन सोनी प्रेम बस सर्विस, मंडी से वीरेंद्र गुलेरिया, शिमला से जय गोपाल राजटा, सिरमौर से माम राज, हमीरपुर से विजय ठाकुर, बिलासपुर से राजेश पटियाल, बलजिंद्र कश्यप, रणजीत, रणवीर सेन अमरजीत सेन, काका, अमरनाथ, लक्की, दीपक, महेंद्र, राजेंद्र, चमन लाल, सुरेद्र पटियाल व सुरेश पटियाल इत्यादि मौजूद रहे।

Vijay