हिमाचल में शिक्षकों के स्कूलों में सज-धजकर आने पर रोक, जानिए क्या है वजह

Wednesday, Jun 26, 2019 - 12:33 PM (IST)

शिमला (प्रीति): उच्च शिक्षा निदेशक डा.अमरजीत शर्मा ने स्कूलों में आए दिन सामने आ रहे छेड़छाड़ के मामले में कड़ा संज्ञान लेते हुए स्कूल प्रशासन को ऐसे मामलों पर एफ.आई.आर. दर्ज करवाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया है कि यदि इन मामलों में शिक्षकों की संलिप्तता पाई जाती है, तो उन पर भी कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए। ऐसे मामलों में पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज करवाया जाए।

मंगलवार को शिक्षा निदेशालय में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रैंसिंग में शिक्षा निदेशक ने जिला उपनिदेशक (उच्च) को ऐसे निर्देश जारी किए हैं। इस दौरान किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिला को छोड़कर बाकि 10 जिला के उपनिदेशकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रैंसिंग की गई। इस दौरान निदेशक ने स्कूल कॉलेजों के शिक्षकों को सभ्य पोशाक पहनने को कहा है। इसके साथ ही स्कूलों में छात्राओं के साथ छेड़छाड़ संबंधी जो मामले पैंडिंग पड़े हैं, निदेशक ने उन मामले में जल्द कार्रवाई करने और इसकी रिपोर्ट निदेशालय को भेजने को कहा है। 

निजी स्कूलों के पी.आई.ओ. होंगे जिला उपनिदेशक

वीडियो कॉन्फैंसिंग के माध्यम से निदेशक ने स्पष्ट किया है कि जिला उपनिदेशक निजि स्कूलों के पी.आई.ओ. (पब्लिक इन्फोरमेशन ऑफिसर) भी होंगे। आर.टी.आई. के तहत सरकारी स्कूलों की तरह निजि स्कूलों की सूचना भी उन्हें देनी होगी। इसके लिए उन्होंने उपनिदेशकों को निजि स्कूलों का पूरा रिकॉर्ड मैनटेन रखने को कहा है। स्कूलों में खाली व अतिरिक्त शिक्षकों के पदों का ब्यौरा भी शिक्षा विभाग ने जिलों से मांगा है, ताकि इसे सरकार को भेजा जा सके। इसके अलावा स्कूलों में जारी निमार्ण कार्यों की रिपोर्ट भी जिलों से तलब की गई है। विभाग ने जिलों को जुलाई के पहले सप्ताह में ये सभी रिपोर्ट शिक्षा निदेशालय भेजने को कहा है।

Ekta