साइबर क्राइम व सेफ्टी विषय पर प्रेस क्लब शिमला सहित पुलिस विभाग ने किया कार्यशाला का आयोजन

Saturday, Dec 21, 2019 - 03:17 PM (IST)

शिमला(योगराज): सोशल मीडिया के दौर में देश भर में साइबर अपराध भी तेज़ी से बढ़ रहे है। अपराधी हर रोज नए-नए तरीक़े ईजाद करके आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे है। सबसे बड़ी समस्या हैकिंग की है। जहां लोग करोड़ों की ठगी का शिकार हो रहे है। मीडिया व पुलिस साइबर अपराध को रोकने की दिशा में बेहतर काम कर सकते है। इसी मकसद से प्रेस क्लब शिमला ने हिमाचल साइबर पुलिस के साथ मिलकर कार्यशाला का आयोजन किया। जिसमें हिमाचल पुलिस के डीजीपी एसआर मरडी ने मुख्य अतिथि के रूप शिरकत की। हिमाचल साइबर ने एक साल में हुई ठगी से 12 लाख से ज्यादा पैसा रिकवर किया है। इसमें साइबर के 1500 मामले दर्ज हुए। हिमाचल पुलिस प्रमुख एसआर मरडी ने कहा कि आजकल हैकिंग देश की सबसे बड़ी समस्या है।

जिसके लालच में आकर लोग ठगी का शिकार हो जाते है। उन्होंने हिदायत दी कि किसी भी अज्ञात फोन नंबर पर अपना एटीएम नंबर या ओटीपी नंबर शेयर न करें। यदि गलती से भी दूसरी बार ओटीपी शेयर किए तो आपके खाते से पूरे पैसे उड़ा लिए जाएंगे। यदि किसी के साथ ऑनलाइन फ्रॉड हो गया है तो 24 घंटे के अंदर पुलिस को सूचना दें। पुलिस को शिकायत155260 नंबर पर की जा सकती है। यदि शिकायत में देरी हो गई तो पैसा वापिस आने के अवसर न के बराबर हो जाते है। इसलिए लेन देन के मामलों में हमेशा सचेत रहे। अपराधों को रोकने के लिए पुलिस के सामने सबसे बड़ी समस्या पुलिस कर्मियों की कमी है। हिमाचल प्रदेश में 16000 पुलिस कर्मी है जबकि 19000 शिकायत हर साल दर्ज होती है। पुलिस प्रमुख के मुताबिक हिमाचल में कम से कम 24000 पुलिस कर्मियों की जरूरत है।

kirti