जीवन में सीखने का उत्साह हमेशा बनाए रखें विद्यार्थी : रामनाथ कोविंद
punjabkesari.in Friday, Jun 10, 2022 - 10:18 PM (IST)

सीयू के छठे दीक्षांत समारोह में 486 विद्यार्थियों को डिग्री, गोल्ड मैडल व पीएचडी की उपाधियां कीं वितरित
धर्मशाला (जिनेश): महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे हर कदम पर कुछ सीखने का उत्साह बनाए रखें। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के छठे दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्यातिथि के रूप में भाग लेते हुए बोल रहे थे। उन्होंने 486 विद्यार्थियों को डिग्री, गोल्ड मैडल व पीएचडी की उपाधियां वितरण के दौरान विद्यार्थियों को आगामी भविष्य की शुभकामनाएं दीं। इस दौरान राष्ट्रपति ने 10 विद्यार्थियों को गोल्ड मैडल देकर सम्मानित किया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विद्यार्थियों को दीक्षांत समारोह में भगवान दत्तात्रेय का जिक्र करते हुए कहा कि उनके 24 गुरु थे तथा उन्होंने सबसे कुछ न कुछ सीखा ही। उन्होंने कहा कि भगवान दत्तात्रेय ने समुद्र, भौंरे, धरती से जो भी सीख सकते थे, वो सीखा था तथा छात्रों को अपने पूरे जीवन में कुछ न कुछ सीखते ही रहना चाहिए।
हिमाचल से मेरा 48 वर्ष पुराना नाता
राष्ट्रपति ने कहा कि देवभूमि प्राकृतिक सौंदर्य, अध्यापक एवं शिक्षा के नगर धर्मशाला में सैंट्रल यूनिवर्सिटी के 6वें दीक्षांत समारोह में आकर प्रसन्नता महसूस कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि वीरभूमि हिमाचल तिरंगे के लिए जान न्यौछावर करने वालों की भूमि है। इस पावन भूमि को मैं नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि भारत को प्रगति के नए सोपान तय करने हैं। भारत को विश्व में अपना विशेष स्थान बनाना है और जल्द बनाना है। राष्ट्रपति ने कहा कि उनका हिमाचल से 48 वर्ष पुराना नाता है, वर्ष 1974 में वह हिमाचल आए थे। हिमाचल का प्राकृतिक सौंदर्य और स्नेही लोग आकर्षित करते हैं और करते रहेंगे।
किसी भी देश की आधारशिला होती है शिक्षा
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की विभिन्न प्रणालियों को लागू करने वाला हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय पहला राज्य बना है, यह अच्छा प्रयास है, जिससे बच्चों को लाभ होगा। राष्ट्रपति ने कहा कि एचपीजी इंडैक्स 2020-21 के अनुसार जीआरएफ/नैट में माध्यमिक उच्चतर स्तर पर हिमाचल प्रदेश सर्वोच्च स्थान पर रहा है जबकि क्वालिटी एजुकेशन में हिमाचल दूसरे नंबर पर है। हिमाचल में अनेकों भाषा एवं बोलियां हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि सैंट्रल यूनिवर्सिटी के 12 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं, ऐसे में यूनिवर्सिटी को अपनी एलुमनी बनानी चाहिए, जिससे यहां पर शिक्षा ग्रहण कर जा चुके युवाओं का भी यूनिवर्सिटी को सहयोग मिल सके। यूनिवर्सिटी के शिक्षकों के लिए राष्ट्रपति ने कहा कि अन्न दान परम दान है जबकि शिक्षा का दान उससे भी बड़ा है। शिक्षा किसी भी देश की आधारशिला होती है। राष्ट्रपति ने विश्वास जताया कि शिक्षक अपना दायित्व ईमानदारी से निभाते रहेंगे।
बेटियों के हर क्षेत्र में बढ़ते कदम हर्ष का विषय
बेटियों के हर क्षेत्र में बढ़ते कदमों पर राष्ट्रपति ने कहा कि हर्ष का विषय है कि सैंट्रल यूनिवॢसटी के गोल्ड मैडलिस्ट जिन्हें, उन्होंने सम्मानित किया, उनमें लड़कियों की संख्या अधिक है। सिविल सर्विस परीक्षा में भी पहले 3 स्थानों पर बेटियां ही रही हैं। समान अवसर मिलने पर बेटियां आगे बढ़ रही हैं तथा इससे भविष्य के भारत की आकृति दिखाई देती है। कार्यक्रम की शुरूआत में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा हिमाचली शाल, चम्बा का थाल व स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। दीक्षांत समारोह में साल 2017 से 2019 के 3 सत्रों के छात्रों को डिग्रियां दी गईं। 46 शोधाॢथयों को पीएचडी की डिग्री दी। इनमें 30 छात्र हैं व 16 छात्राएं हैं। दीक्षांत समारोह में 69 मेधावी विद्यार्थी जिन्होंने विभिन्न संकायों यूजी व पीजी कक्षाओं में प्रथम स्थान ग्रहण किया उन्हें गोल्ड मैडल और डिग्री से सम्मानित किया। गोल्ड मैडल तालिका में छात्राओं ने बाजी मारते हुए 46 मैडल अपनी झोली में डाले वहीं लड़कों ने 23 गोल्ड मैडल्स पर कब्जा किया।
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