रक्षा मंत्री ने धूमल के पत्र का दिया जवाब, शिमला से मेरठ शिफ्ट नहीं होगा आरट्रैक (Video)

Saturday, Aug 10, 2019 - 05:29 PM (IST)

शिमला: पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि सैन्य प्रशिक्षण संस्थान (आरट्रैक) को मेरठ स्थानांतरित नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बारे केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उन्हें पत्र लिखकर सूचित किया है। उन्होंने जारी बयान में कहा कि उन्होंने गत 21 जून को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर वस्तुस्थिति से अवगत करवाया था, साथ ही जब वह नई दिल्ली गए थे तो व्यक्तिगत तौर पर विभिन्न स्तरों पर इस मामले को उठाया। उन्होंने कहा कि आर ट्रैक जैसे प्रतिष्ठित संस्थान का प्रदेश से स्थानांतरित होना न तो प्रदेश हित और न ही राष्ट्र हित में रहेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसे शिमला से मेरठ स्थानांतरित करने से मना कर दिया है।

भारतीय सेना का 150 साल से सामरिक स्थान है आरट्रैक शिमला

उल्लेखनीय है कि प्रो. धूमल ने अपने पत्र में लिखा था कि आरट्रैक शिमला में भारतीय सेना के लिए गत 150 साल से सामरिक स्थान रहा है। 2 विश्व युद्धों के दौरान वर्ष 1864 से 1939 तक यह ब्रिटिश शासनकाल में भारतीय सेना का मुख्यालय रहा है। आजादी के बाद शिमला में पश्चिमी कमांड का मुख्यालय रहा। इस दौरान पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ 2 तथा चीन के साथ 1 युद्ध लड़ा गया। इसके बाद कमांड को वर्ष 1983 को शिमला से चंडी मंदिर स्थानांतरित किया गया।

वर्ष 1991 में हुआ था आरट्रैक का गठन

जब आरट्रैक का वर्ष 1991 में गठन किया गया तो इसके मुख्यालय को शिमला में बनाने का निर्णय लिया गया क्योंकि पश्चिमी कमांड के खाली करने के बाद शिमला में पर्याप्त बुनियादी ढांचा मौजूद था। इसके अलावा आरट्रैक के स्थानांतरित होने के कारण उन स्थानीय लोगों की आर्थिकी पर भी असर पड़ेगा क्योंकि बहुत से लोगों की आजीविका इस पर निर्भर है। इससे आऊटसोर्स और कॉन्ट्रैक्ट पर सेवाएं दे रहे कर्मचारी भी सड़कों पर आ जाएंगे।

Vijay