हिमाचल में ठंड का प्रकोप, 91 फीसदी तक गिरा विद्युत उत्पादन

Wednesday, Dec 25, 2019 - 11:27 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): हिमाचल में ग्लेशियरों के जमने व सर्दी बढ़ने से विद्युत उत्पादन 91 फीसदी तक गिर गया है। दूसरी ओर प्रदेश में बिजली की मांग में इजाफा हुआ है। गर्मियों की तुलना में इन दिनों बिजली की मांग 255 लाख यूनिट से बढ़कर 300 लाख यूनिट हो गई है जबकि राज्य का अपना विद्युत उत्पादन घटकर मात्र 26 लाख यूनिट रह गया है। इससे राज्य विद्युत बिजली बोर्ड सहित बिजली उत्पादकों को रोजाना करोड़ों का नुक्सान हो रहा है।

22 लाख से अधिक उपभोक्ता बाहरी राज्यों पर निर्भर

विद्युत उत्पादन गिरने के बाद हिमाचल के 22 लाख से अधिक विद्युत उपभोक्ता बिजली के लिए बाहरी राज्यों पर निर्भर हो गए हैं। कुछेक ग्रामीणक्षेत्रों में सुबह व शाम कभी-कभी विद्युत कट लगाए जा रहे हैं। प्रदेश में बिजली संकट को देखते हुए विद्युत बोर्ड ने बीते अक्तूबर महीने में ही बैंकिंग व सैंटर सैक्टर की परियोजनाओं से बिजली लेनी शुरू कर दी है और पूरे विंटर सीजन के दौरान पड़ोसी राज्यों से बिजली की मांग पूरी की जाएगी।

बसपा परियोजना में 11 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन

गर्मियों के दौरान बसपा परियोजना से बिजली बोर्ड को रोजाना 79 लाख यूनिट बिजली मिलती है लेकिन इन दिनों बसपा परियोजना में 11 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन रह गया है। इसी तरह अन्य छोटी व बड़ी परियोजनाओं में भी 80 से 90 फीसदी तक उत्पादन गिर गया है। दावा किया जा रहा है कि विद्युत शॉर्टफाल के बावजूद घरेलू उपभोक्ताओं सहित उद्योगों को भी बिजली की कमी नहीं होने दी जा रही है।

सैंटर सैक्टर से 105 लाख यूनिट बिजली ले रहा हिमाचल

विद्युत उत्पादन में आए शॉर्टफाल को देखते हुए बिजली बोर्ड रोजाना 105 लाख यूनिट बिजली सैंटर सैक्टर की परियोजनाओं से खरीद रहा है। इसकी एवज में रोजाना करोड़ों का भुगतान किया जा रहा है जबकि 175 लाख यूनिट बिजली बैंकिंग सिस्टम से पड़ोसी राज्यों से वापस ली जा रही है। सर्दियों के दौरान हिमाचल प्रदेश पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश सहित दिल्ली से तकरीबन 2052.49 मिलियन यूनिट बिजली वापस लेगा जोकि हिमाचल ने गर्मियों के दौरान इन राज्यों को बैंकिंग आधार पर दे रखी है।

Vijay