गाय पर सियासत, जानिए गौ क्रांति मंच ने चुनावों के लिए क्या रखी शर्त

Sunday, Nov 18, 2018 - 05:16 PM (IST)

शिमला (योगराज): गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए भारतीय गौ क्रांति मंच ने शिमला में महासम्मेलन का आयोजन किया। सम्मेलन में हिमाचल सरकार से गौ माता को राष्ट्र पशु घोषित करने की मांग की गई। भारतीय गौ क्रांति मंच के सदस्य सीतराम शरण ने बताया कि सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य गौ माता को राष्ट्रीय पशु का दर्जा दिलाना और गौ माता के गोबर का किसानों को मूल्य दिलाना है जिससे गाय सड़कों पर घूमने को मजबूर न हो। सम्मेलन के माध्यम से हिमाचल सरकार के समक्ष मांग की है कि सरकार विधानसभा सत्र में गाय को राष्ट्रीय पशु बनाने के लिए प्रस्ताव पास करके केंद्र सरकार की मंजूरी के लिए भेजे। साथ ही सरकार किसानों से गोबर को खरीद कर उसका उपयोग खाद, रसोई गैस और पेट्रोल के रूप में करें।


सम्मलेन में तय किया गया है कि जो दल इन मांगों को लेकर प्रस्ताव भेजता है उसी को गौ क्रांति मंच के सदस्य वोट डालेंगे। वहीं सम्मलेन में भाग लेने पहुंचे किसानों ने भी कहा है कि अगर सरकार उनसे गोबर खरीदती है तो जन्हा किसानों की आय बढ़ेगी। सरकार किसानों को सब्सिडी देने के बजाय किसानों से गोबर खरीदकर उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाए। रासायनिक खादों के प्रयोग से लोगों आज लाइलाज बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। सरकार रासायनिक खादों के उद्योगों को बंद करके गाय के गोबर से खाद बनाने वाले उद्योग स्थापित करके देश को रोग मुक्त बनाने के लिए सरकार काम करे। 

गौ क्रांति मंच का मानना है कि देश मे जब राष्ट्रपिता, राष्ट्रीय पशु, राष्ट्रीय फूल, राष्ट्रीय ध्वज सब होता है तो उसी तरह से भारतीय ग्रन्थों में भी जिस गाय को माता कहा गया है। उसे राष्ट्रमाता का दर्जा क्यों नहीं दिया जा रहा है। केंद्र सरकार को गाय को बचाने के लिए गौ मंत्रालय बना कर इसके संरक्षण के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने पूरे देश में गाय को राष्ट्रिय पशु का दर्जा दिलाने के लिए आन्दोलन शुरू किया है उसी उदेश्य के लिए हिमाचल में भी मंच ने शांति प्रिय आन्दोलन का बिगुल फूंक दिया है हालाँकि मंच को इस मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के नेताओ की तरफ से अस्श्वाशन मिला है।अब देखना होगा कि सरकार कब तक गाय को राष्ट्र माता बनाने के लिए विधानसभा में प्रस्ताव पास करके उसे केंद्र को मंजूरी के लिए भेजती है।


 


 

Ekta