शिमला में जुटे 8 राज्यों के पुलिस विभाग, इन 6 मुद्दों पर किया मंथन

Friday, Apr 21, 2017 - 11:27 PM (IST)

शिमला (विकास शर्मा): राज्यों की आंतरिक सुरक्षा और अपराधियों पर लगाम लगाने के मकसद से शिमला में उत्तर भारत के 8 राज्यों के पुलिस विभागों समेत जांच एजैंसियों के बीच दूसरी नॉर्दर्न रीजन पुलिस को-आर्डीनेशन कमेटी की अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक में कुल 6 मुख्य मुद्दों पर विशेष चर्चा हुई जिसमें आतंकवाद, सीमा पार से हो रही स्मगलिंग, गुप्त सूचनाओं का आदान-प्रदान व आपसी समन्वय जैसे मुद्दे शामिल रहे। बैठक में पड़ोसी राज्य जम्मू-कश्मीर में बढ़ रही आतंकी घटनाओं के मद्देनजर सभी उत्तरी राज्यों को सतर्क रहने की जरूरत पर विशेष बल दिया गया, साथ ही चर्चा की गई कि हिमाचल समेत कई राज्यों में आतंकी अपने नापाक मंसूबों को अंजाम दे रहे हैं जिन्हें रोकने के लिए आधुनिक सूचना प्रणाली का सहारा लेने के अलावा इंटैलीजैंस सम्बन्धी जानकारियां त्वरित रूप से एक-दूसरे से सांझा करना बेहद जरूरी है।



हिमाचल में ड्रग्स माफिया पर कार्रवाई को अन्य राज्यों ने सराहा
बैठक में ड्रग्स के लगातार फैल रहे जाल पर भी चर्चा की गई। इस दौरान चर्चा की गई कि किस तरह के विशेष अभियानों के जरिए राज्यों में से ड्रग्स के कारोबार को खत्म करने और कारोबारियों पर नकेल कसी जा सकती है। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में नशे की लत को खत्म करने के लिए राज्य सरकार और कई विभाग पिछले एक साल से भी ज़्यादा समय से एक विशेष अभियान चलाए हुए हैं, जिसका असर भी देखने को मिला। राज्यभर में ड्रग्स माफिया की धरपकड़ के अलावा बड़ी तादाद में नशे की खेप को पकड़ा गया। नशा कारोबारियों द्वारा इस गोरखधंध से कमाई गई सम्पत्तियों को भी सील किया जाना इस मुहिम का एक हिस्सा बना दिया गया। राज्य में नशे के खिलाफ इस कारवाई को बाकी राज्यों के अधिकारियों ने भी सराहा और ऐसी मुहिम अपने राज्यों में भी चलाने की बात कही। इस दौरान सीमा पार से हो रही ड्रग्स की तस्करी का मुद्दा उठा और कहा गया कि सीमा के साथ लगते इलाकों में चौकसी बढ़ाई जाए।



सीमा पर समन्वय को एस.पी. करें नियमित बैठकें
बैठक में सभी राज्यों के पुलिस विभागों से कहा गया कि इसके लिए सभी राज्यों के बीच सूचनाओं का सही आदान-प्रदान होना चाहिए और सूचना तंत्र को और सशक्त किया जाना चाहिए। जब सही सूचनाएं मिलेंगी तो इन पर नकेल कसने में आसानी होगी। इस दौरान कहा गया कि 2 राज्यों के बीच सीमा पर समन्वय बनाने के लिए संबंधित जिलों के एस.पी. में नियमित बैठकें होनी चाहिए। हिमाचल प्रदेश के आईजी लॉ एंड ऑर्डर जहूर एच. जैदी ने कहा कि बैठक में ड्रग्स की तस्करी पर भी चर्चा हुई और इस पर नकेल कसने को राज्यों ने अपने-अपने सुझाव दिए और आसपी समन्वय पर फोकस कर कार्रवाई करने पर विचार-विमर्श हुआ। उनका कहना था इस बैठक में लिए गए फैसलों से आतंकवाद व ड्रग्स जैसी समस्याओं से निपटने में आसानी होगी।