PM की लोकप्रियता का लगातार गिर रहा ग्राफ, परिवर्तन की लहर शुरू

Friday, Dec 28, 2018 - 10:48 PM (IST)

शिमला (पंकज राक्टा): नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का धर्मशाला में आयोजित रैली में यह कहना कि कांग्रेस ने किसानों के साथ छलावा किया है, पूरी तरह से तथ्यहीन और निराधार है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का यह कथन 5 राज्यों में हुए चुनावी उलटफेर को लेकर उनकी हताशा को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में किसानों व गरीबों से जुड़े कांग्रेस के चुनावी एजैंडे ने भाजपा के भ्रष्ट कार्पोरेट संचालित सांठगांठ को करार झटका देते हुए राजनीतिक उलटफेर किया। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव से स्पष्ट हो चुका है कि पी.एम. नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का ग्र्राफ लगातार घट रहा है और लोकसभा चुनाव से पहले ही देश में परिवर्तन की लहर शुरू हो गई है।

देश को गुमराह करने के लिए प्रधानमंत्री कर रहे दोगली बातें  

उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री कांग्रेस के ऋण माफी पर सवाल उठा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ 5 राज्यों के आए परिणामों के बाद ओडिशा में किसानों के ऋण माफ किए जाने का वायदा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देशवासियों को गुमराह करने के लिए प्रधानमंत्री दोगली बातें कर रहे हंै और यह भाजपा की राजनीति का ही एक हिस्सा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के सभी चुनावी वायदे जुमले साबित हुए हैं। काला धन वापस लाने, हर व्यक्ति के खाते में 15 लाख रुपए जमा करने, सालाना 2 करोड़ नौकरियां पैदा करने और आर्थिक विकास को गति देने के वायदे मोदी सरकार पूरे नहीं कर पाई है।

हिमाचल की जनता से किए वायदे भी खोखले

इसी तरह सेब उद्योग को मजबूत करने, स्मार्ट शहरों को विकसित करने और रेल नैटवर्क के विस्तार के हिमाचल की जनता से किए वायदे भी खोखले साबित हुए हैं। यहां तक कि दिग्गज भाजपा नेता शांता कुमार और हमीरपुर के सांसद अनुराग ठाकुर के बीच विवाद का कारण बनी केंद्रीय विश्वविद्यालय की आधारशिला भी अभी तक नहीं रखी जा सकी है।

भीड़ जुटाई पर राज्य को कुछ नहीं मिला

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मोदी सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को संकट में डाल दिया है और आर.बी.आई. के भंडार पर कब्जा करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पी.एम. की रैली को लेकर भारी धनराशि खर्च की और रैली के लिए भीड़ जुटाने को प्रशासनिक मशीनरी का दुरुपयोग किया, लेकिन राज्य को बदले में कुछ भी नहीं मिला।

Vijay