हिमाचल में हर्षोल्लास से लोगों ने मनाई ईद, गले मिलकर एक-दूसरे को दी बधाई

Monday, Aug 12, 2019 - 11:23 AM (IST)

शिमला: देश भर के साथ हिमाचल प्रदेश में भी ईद-उल-अदहा का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। हिमाचल के हर जिले में राजधानी शिमला के ईदगाहों में भी ईद की नमाज अदा की। प्रदेश भर में लोगों ने ईद की नमाज अदा की और अमन शांति की दुआएं मांगी।


लोगों ने एक-दूसरे को गले मिल कर ईद की बधाई दी। शिमला शहर में ईदगाह, जमा मस्जिद सहित छोटा शिमला, कुतुब मस्जिद संजौली में हजारों मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईद की नमाज अदा की।


उन्होंने बताया कि अलाह को खुश करने के लिए ईद पर कुर्बानी दी जाती है और ईद पर लोग सभी गिला शिकवा भुला कर एक-दूसरे से मिलते हैं और लोगों को एक साथ मिलजुल कर रहने का संदेश भी देते हैं। 

जामा मस्जिद में अदा हुई ईद की नमाज

सिरमौर के जिला मुख्यालय नाहन के कच्चा टैंक स्थित जामा मस्जिद में शहर व आसपास के गांव के सैकड़ों लोगों ने ईद की नमाज अदा की। हालांकि नमाज ईदगाह ग्राउंड में प्रस्तावित थी परंतु मौसम खराब होने के चलते ईद की नमाज शहर की अन्य मस्जिदों में 8 से 8:30 बजे तक जबकि जामा मस्जिद नाहन में ईद की नमाज़ 8:30 बजे से 9:00 बजे तक मौलाना ताज मोहम्मद ने अदा कराई।

कुल्लू में मनाया गया ईद का त्योहार

अजहा यानी बकरीद का त्योहार आज देश भर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह से ही देश भर के मस्जिदों और ईदगाहों में बड़ी संख्या में लोग जुटने शुरू हो गए और नमाज पढ़ी। खासकर कुल्लू के जामा मस्जिद में इस मौके पर बड़ी संख्या में लोगों ने जुटकर नमाज पढ़ी और एक-दूसरे को ईद मुबारक कहा। बच्चों में ईद को लेकर खास उत्साह नजर आ रहा है। इस्लाम धर्म में इस त्योहार का बहुत महत्व है। बकरीद त्योहार हर साल इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार जु अल-हज्जा महीने के 10वें दिन मनाया जाता है। इसे मुसलमानों के सबसे पवित्र त्योहारों में से एक माना जाता है। बकरीद के दिन जानवरों की कुर्बानी की परंपरा है। मुसलमान इस दिन अल सुबह की नमाज पढ़ते हैं और फिर खुदा की इबादत में चैपाया जानवरों की कुर्बानी देते हैं।

Ekta