मरीजों को नहीं खर्च करने पड़ेंगे पैसे, IGMC  में नि:शुल्क मिलेगा ये इंजैक्शन

Tuesday, Jan 21, 2020 - 10:18 AM (IST)

शिमला (ब्यूरो): आई.जी.एम.सी. में एंटीबायोटिक इंजैक्शन अब मरीजों को नि:शुल्क मिलेगा। सरकार व प्रशासन ने मरीजों के हित में यह एक बेहतरीन निर्णय लिया है। इंजैक्शन का स्टॉक प्रशासन ने उपलब्ध करवा दिया है। अब अस्पताल में भर्ती मरीज सहित अन्य मरीज इस इंजैक्शन का लाभ उठा पाएंगे। एंटीबायोटिक इंजैक्शन इंफैक्शन होने पर इस्तेमाल किया जाता है। जैसे बैक्टीरियल इंफैक्शन व फंगस इंफैक्शन होता है। इंफैक्शन होने की वजह से जब मरीज को बुखार आता है तो डाक्टर उस दौरान सबसे पहले यह इंजैक्शन लगाते है। 

वहीं जख्म में जब पस पड़ता है तो उस दौरान भी यह इंजैक्शन मरीज को लगाया जाता है। अस्पताल के नजदीक मैडीसन की दुकानों में यह इंजैक्शन 50 रुपए से 700 रुपए के बीच मिलता है। हालांकि फंगल के लिए जो इंजैक्शन इस्तेमाल किया जाता है उसकी कीमत 2 हजार रुपए के करीब है। एंटीबायोटिक इंजैक्शन अलग-अलग कीमतों पर मिलते हैं लेकिन ये सब इंजैक्शन अस्पताल में नि:शुल्क मिलेंगे। प्रशासन ने यह तय किया है कि जिस प्रकार से आई.जी.एम.सी. में 375 दवाइयां नि:शुल्क मिलती हैं उसी प्रकार से एन.एच.एम. विभाग के द्वारा यह इंजैक्शन उपलब्ध करवाया जा रहा है। इस इंजैक्शन के मिलने से मरीजों पर जो वित्तीय बोझ पड़ रहा था वह अब दूर होगा। 

इससे पहले अस्पताल में स्थिति यह बन चुकी थी कि जब भी अस्पताल में आते थे तो उसके साथ आए तीमारदारों को तुरंत इंजैक्शन के लिए दौड़ाया जाता था, लेकिन अब अस्पताल के अंदर ही इंजैक्शन मिलेगा। प्रशासन का दावा है कि मरीजों को इससे काफी फायदा होगा। गरीब मरीज जिनके पास इंजैक्शन खरीदने के लिए पैसे नहीं होते थे उन्हें अब दर-दर नहीं भटकना पड़ेगा। आई.जी.एम.सी. में प्रदेशभर से सैंकड़ों मरीज अपना उपचार करवाने आते हैं। ऐसे में उन्हें सुविधा प्रदान करने के लिए सरकार ने नि:शुल्क दवाइयां भी उपलब्ध करवाई हैं जोकि जैनरिक स्टोर में मिलती हैं। प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रदेश के मरीजों से अपील की है कि वे नि:शुल्क मिलने वाली दवाइयों और इंजैक्शन का लाभ उठाएं। 

जल्द ऑर्थो का सामान भी मिलेगा सस्ता 

आई.जी.एम.सी. में ऑर्थो के मरीजों का भी अब आसानी से इलाज होगा। ऑप्रेशन के सामान सहित जो दवाइयां मरीजों के लिए प्रशासन दुकानों से दिलाता है, वह सारा सामान सस्ते दामों पर अब आई.जी.एम.सी. प्रशासन सीधे कंपनी से खरीदेगा। ऐसे में मरीजों सहित प्रशासन को काफी फायदा होगा। इसको लेकर प्रशासन शीघ्र ही निर्णय लेगा। यहां पर सबसे बड़ी बात तो यह होगी कि कमीशन खोरों का भी फर्दाफाश हो जाएगा। जो सामान और दवाइयों में कमीशन लेते थे वे शातिर अब इस तरह का काम नहीं कर पाएंगे। अगर प्रशासन यह सामान सीधा कंपनी से खरीदेगा तो मरीजों को भी सामान खरीदने में आसानी होगी। 

Edited By

Simpy Khanna