रोगी कल्याण समिति ने पेश किया बजट, ठियोग अस्पताल में विभिन्न मदों पर खर्च होंगे इतने लाख रुपए

Friday, Jun 14, 2019 - 08:21 PM (IST)

शिमला (सुरेश): सरकारी सुविधाओं के अभाव में चल रहे ठियोग अस्पताल की दशा को सुधारने के लिए रोगी कल्याण सीमित प्राथमिकता के आधार पर कई जरूरी कार्यों को जल्द अमलीजामा पहनाने जा रही है, जिसमें मुख्य रूप से ब्लड बैंक को खोलना, आऊटसोर्सिंग प्रणाली को समाप्त कर स्वत: कर्मचारियों की नियुक्ति करने जैसे अहम मुद्दे शामिल हैं। ठियोग को मॉडल रोगी कल्याण समिति के तौर पर विकसित करने के लिए वार्षिक बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता एस.डी.एम. मोहन दत्त शर्मा ने की। इस दौरान विधायक राकेश सिंघा विशेष तौर पर मौजूद रहे। इस दौरान अस्पताल पर खर्च होने वाले वार्षिक आय-व्यय का ब्यौरा रखा गया। इस दौरान वरिष्ठ चिकित्सा आधिकारी ठियोग डॉ. दिलीप टेक्टा ने बताया कि प्रस्तुत बजट में वर्ष 2019-20 में रोगी कल्याण समिति के पास 22,51,678 रुपए की राशि का बजट है, जिसे समिति के सदस्यों की सहमति से विभिन्न मदों पर खर्च किया जाएगा।

रोगी कल्याण समिति में शामिल होंगे पंचायत प्रतिनिधि

बैठक में रोगी कल्याण समिति का दायरा बढ़ाने और इसमें स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों की भागीदारी भी सुनिश्चित करने पर विचार-विमर्श किया गया और निर्णय लिया गया कि समिति की आय बढ़ाने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों को भी रोगी कल्याण समिति के साथ जोड़ा जाएगा। इस दौरान बैठक में सिविल अस्पताल ठियोग में तैनात कर्मचारियों को लेकर भी चर्चा की गई और निर्णय लिया गया कि रोगी कल्याण समिति कंपनी के माध्यम से नहीं बल्कि स्वयं ही कर्मचारियों की नियुक्ति करेगी। इस दौरान एस.डी.एम. मोहन दत्त शर्मा ने कहा कि बैठक में निर्णय लिया गया है कि कमेटी के सभी सदस्य अपनी इच्छा से कमेटी के लिए सहयोग करेंगे और कमेटी को आदर्श कमेटी के तौर पर विकसित करने के लिए पंचायत प्रतिनिधि भी शामिल किए जाएंगे, जिससे उनका सहयोग मिल सके और अस्पताल में लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकें।

ठियोग में ब्लड बैंक नहीं खोल सकी सरकार : राकेश सिंघा

इस मौके पर विधायक राकेश सिंघा ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार इतने लंबे समय से ठियोग में ब्लड बैंक नहीं खोल सकी, जिसके लिए केवल 2 कर्मचारियों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार की इस अनदेखी से ठियोग की 50 पंचायतों के लोग अस्पताल में इलाज नहीं करवा पाते, जिसका मुख्य कारण अस्पताल में खून न मिलना है। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द इस पर विचार करे अन्यथा जनता उसे माफ नहीं करेगी। बता दें कि बैठक के दौरान नगर परिषद ठियोग, बी.डी.सी. चेयरमैन, एस.एम.ओ, बी.एम.ओ., पी.डब्ल्यू.डी., आई.पी.एच. और सभी कमेटी सदस्य, होटल व्यवसायी व निजी कारोबार करने वाले लोगों ने रोगी कल्याण समिति के सहयोग में आगे बढ़कर काम करने की इच्छा जाहिर की।

Vijay