रामपुर अस्पताल में भर्ती शंकर मांग रहा मौत की दुहाई, जानिए क्यों (Video)

Friday, Jul 05, 2019 - 09:19 PM (IST)

रामपुर बुशहर (विशेषर नेगी): शिमला जिला के रामपुर स्थित महात्मा गांधी चिकित्सा सेवा परिसर में 6 माह से आइसोलेशन वार्ड में मौत की दुहाई मांग रहे शंकर की सुनने वाला कोई नहीं। अपनों ने तो चिकित्सालय के बाहर लावारिस छोड़ दिया था लेकिन अब समाजसेवी संस्थाएं और लोग भी मुंह मोड़ चुके हैं, ऐसे में पैरालाइसिस के चलते दोनों टांगों से चल-फिर पाने में बिलकुल असमर्थ शंकर चिकित्सालय के लिए भी आफत बन गया है। दिसम्बर, 2018 में शंकर को कोई चिकित्सा परिसर के बाहर छोड़ गया था। अब शंकर की हालत ऐसी है कि मानसिक तौर से भी वह बीमार हो गया है। 4 जिलों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने वाले चिकित्सा परिसर का आइसोलेशन वार्ड पिछले 6 माह से अकेले शंकर के लिए रखा गया है।

समाजसेवी कर रहा शंकर की देखभाल

शंकर की सेवा में एक समाजसेवी लगातार जुटा है। वह उसका मल-मूत्र साफ करने से लेकर अन्य जरूरी सामान की पूर्ति जैसे-तैसे करता है। खाना और दवाएं चिकित्सालय की ओर से मुहैया करवाई जा रही हैं। चिकित्सालय में लम्बे समय से इस तरह आइसोलेशन वार्ड किसी एक मरीज के पास होने से अस्पताल प्रबंधन को भी दिक्कतें पेश आ रही हैं। समाजसेवी और चिकित्सा प्रबंधन की ओर से कई बार विभिन्न संगठनों से शंकर की सहायता के लिए सम्पर्क साधा गया लेकिन सभी ने हाथ पीछे खींच लिए हैं। शंकर स्वयं भी इस बेबसी के आगे मौत की दुहाई मांग रहा है। उसका कहना है कि बाहर निकलने के काबिल होता तो आत्महत्या कर लेता।

मरीज की देखरेख की कोशिश में बाधित हो रहे अस्पताल के काम

चिकित्सालय की सफाई कर्मी देवकु देवी ने बताया 6 माह से मरीज के साथ कोई तीमारदार नहीं है। उन्हें भी मुश्किलें आ रही हैं। वे कोशिश करते हैं की देखरेख करें लेकिन चिकित्सालय के दूसरे काम बाधित हो जाते हैं। समाजसेवी पवन नेगी ने बताया कि 6 माह से शंकर बिना तीमारदार के है। वे इंसानियत के नाते उसकी देखभाल कर रहे हैं लेकिन चिकित्सालय से मरीज की साफ-सफाई के लिए ग्लब्ज आदि मांगे जाते हैं तो वे नहीं दिए जाते हैं।

मरीज की हरसम्भव मदद का प्रयास होगा

भाजपा नेता बृज लाल ने बताया कि उन्होंने मरीज की स्थिति को देखा। चिकित्सकों ने बताया कि मरीज में सुधार आ रहा है। सरकार के भी ध्यान में ये बात लाई जाएगी। मरीज की हरसम्भव मदद का प्रयास होगा। महात्मा गांधी चिकित्सा सेवा परिसर खनेरी के चिकित्सा अधीक्षक एन.के. मेहता ने बताया कि 6 माह से एक मरीज उनके चिकित्सालय में बिना तीमारदार के है। उसे बेड सोल हुए हैं। वे स्वयंसेवी संस्थाओं से भी अपील कर रहे हैं कि इस मरीज की मदद के लिए आगे आएं।

 

 

Vijay