पैसेंजर गुड्स टैक्स घोटाला : चालान में हाथ से टैंपरिंग कर बदली जाती थी रकम

punjabkesari.in Saturday, Feb 15, 2020 - 02:31 PM (IST)

ऊना (ब्यूरो): आबकारी एवं कराधान विभाग के उपायुक्त कार्यालय ऊना में लगभग 60 चालान ऐसे पाए गए हैं, जिन पर टैंपरिंग करके सरकारी राशि का गबन किया गया है। विजीलैंस की टीम की मानें तो यहां कई साल से यह गोरखधंधा चल रहा था और शिकायत आने पर विजीलैंस ने वर्ष 2011 से लेकर 2019 तक का रिकॉर्ड कब्जे में ले लिया है। इस रिकॉर्ड को आज विजीलैंस ने खंगालना शुरू किया तो शुरूआती जांच में ही लगभग ऐसे 60 चालान पकड़ में आए हैं जोकि फर्जी हैं। विजीलैंस के मुताबिक ट्रैजरी में जमा होने वाले चालानों में मैनुअल तरीके से छेड़छाड़ करके इस पूरी धोखाधड़ी को अंजाम दिया जाता रहा है। सरकारी खाते में कम राशि जमा करवाते हुए बाकी राशि हड़प ली जाती रही। पैसेंजर गुड्स टैक्स अदायगी की लिखित रकम को काट करके बदल दिया जाता था और रुपए हड़पे जाते रहे थे।

शिकायतें मिलने के बाद विजीलैंस ने दी थी दबिश
गौरतलब है कि विजीलैंस एंड एंटी करप्शन विभाग ने शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए ऊना के आबकारी एवं कराधान विभाग के उपायुक्त कार्यालय में दबिश दी थी और इस संबंध में मामला भी दर्ज कर लिया गया। बुधवार देर शाम कार्यालय में दबिश देते हुए रिकार्ड को कब्जे में लिया था। विजीलैंस के एएसपी सागर चन्द्र ने बताया कि कर्मचारियों की मिलीभगत से कुछ एजैंट और वाहन मालिक द्वारा सरकार को चूना लगाने का मामला सामने आया था। इसके बाद कार्यालय में दबिश दी गई और जालसाजी का मामला पाया गया। एफआईआर दर्ज की गई है और रिकॉर्ड कब्जे में लेकर खंगाला जा रहा है। अभी तक लगभग 60 चालान फर्जी मिले हैं।

साइबर कैफे में भी डाली रेड
आबकारी विभाग के चालान घोटाला मामले में मैहतपुर के साइबर कैफे में विजीलैंस की टीम द्वारा रेड की गई। जहां से करीब 15 फर्जी चालान बरामद हुए हैं जोकि कम्प्यूटर पर तैयार किए गए हैं। इस कैफे से 2 कम्प्यूटरों को कब्जे में लिया गया है तथा जांच जारी है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Vijay

Recommended News

Related News