पांगी सुरंग संघर्ष समिति करेगी लोकसभा चुनावों का बहिष्कार

Monday, Apr 01, 2019 - 04:39 PM (IST)

शिमला (योगराज): लोकसभा चुनावों के नजदीक आते ही प्रदेश में लोगों की नाराजगी भी सामने आने लगी है। प्रदेश के चंबा जिले के पांगी क्षेत्र में कई सालों से चली आ रही लोगों की तीसा के हल्टॉप से पांगी तक लगभग 6 किलोमीटर सुरंग की मांग एक बार फिर से उठने लगी है। सर्दी के मौसम में भारी बर्फबारी के कारण पांगी घाटी पूरे देश दुनिया से कट जाती है। चुनाव के समय सुरंग के निर्माण के दावे हर राजनीतिक दल करता है लेकिन उन्हें पूरा कोई भी नहीं करता है। पांगी सुरंग संघर्ष समिति ने आगामी लोकसभा चुनावों का पूरी तरह से बहिष्कार करने का निर्णय ले लिया है। 

पांगी सुरंग संघर्ष समिति के संयोजक हरीश शर्मा ने बताया कि हर वर्ष 6 महीने के लिए पांगी बंद हो जाता है जिससे क्षेत्र के लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। सबसे ज्यादा परेशानी स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में उठानी पड़ती है। मरीज की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो जाती है। केंद्र सरकार डिजिटल इंडिया की बात करती है लेकिन पांगी क्षेत्र में अभी भी दूरसंचार की सेवा बहाल नहीं हो सकी है। समिति के संयोजक ने बताया कि पांगी क्षेत्र के 30 हजार लोग सरकार की बेरुखी के कारण आज भी 50 वर्ष पहले जैसा ही बदहाली का जीवन व्यतीत करने को मजबूर है।

सुरंग निर्माण को लेकर पांगी घाटी के 43 प्रजामण्डलों ने भी अपना भरपूर समर्थन जाहिर किया है। पांगी क्षेत्र में प्रजामंडल को प्राचीन काल से देश के सर्वोच्च न्यायालय से भी ऊपर का दर्जा माना जाता है। सुरंग निर्माण से रक्षा मंत्रालय को भी फायदा होगा। समिति ने दिल्ली के जंतरमंतर तक अपनी आवाज बुलंद करने की चेतवानी सरकार को दी है। पांगी सुरंग संघर्ष समिति ने कहा जो भी सरकार या प्रत्याशी सुरंग निर्माण को लेकर पांगी के लोगों को पक्का भरोसा दिलाता है, उसके साथ पांगी घाटी के आजीवन भर साथ देंगे।

Ekta