4 से 7 मील के बीच 2 टनन बनाने पर विचार कर रही एन.एच.ए.आई.
Monday, Jan 08, 2024 - 06:37 PM (IST)
पंडोह (विशाल): वर्ष 2023 में बरसात में हुई तबाही के बाद अब एन.एच.ए.आई. टनल निर्माण पर अधिक ध्यान देने की दिशा में आगे बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। मंडी से पंडोह के बीच 6 मील और अन्य स्थानों पर बारिश के कारण निर्माणाधीन फोरलेन प्रोजैक्ट को बहुत ज्यादा नुक्सान पहुंचा था जिसके चलते एन.एच.ए.आई. ने 4 मील से 7 मील के बीच फोरलेन प्रोजैक्ट में बदलाव करते हुए एक टनल बनाने का निर्णय लिया था। 2 किलोमीटर लंबी यह टनल एकतरफा यातायात के लिए बनाई जानी थी और मौजूदा हाईवे को भी यातायात के लिए बहाल रखा जाना था, लेकिन अब एन.एच.ए.आई. एक के स्थान पर 2 टनल बनाने पर विचार कर रही है। बता दें कि जो मौजूदा सड़क यहां पर है वहां पर भविष्य में भी कई तरह के खतरों की संभावना है जिसके चलते यहां पर 2 टनल बनाने की योजना बनाई जा रही है। हालांकि अभी इस दिशा में सर्वे चला हुआ है और टनल की संभावना पूरी तरह से तय होने के बाद ही इसकी सारी डी.पी.आर. बनाकर मंत्रालय को जाएगी, जहां से बजट मिलने के बाद यह कार्य शुरू होगा।
4 मील से 7 मील के बीच रोक दिया गया है कटिंग का कार्य
वर्ष 2023 की बरसात में चंडीगढ़-मनाली नैशनल हाईवे मंडी जिले में मंडी से पंडोह के बीच ही सबसे ज्यादा प्रभावित रहा। यहां 6 मील के पास पहाड़ी इतनी ज्यादा दरकी कि अब यहां पर फोरलेन प्रोजैक्ट की कटिंग का कार्य रोक दिया गया है। 4 मील से मंडी की तरफ और 7 मील से पंडोह की तरफ को जो कार्य होना है उसी को ही किया जा रहा है। बीच में 2 कि.मी. की टनल की प्रपोजल बनाने के चलते इस कार्य को रोका गया है।
प्रोजैक्ट डायरैक्टर एन.एच.ए.आई. कीरतपुर मनाली फोरलेन प्रोजैक्ट वरुण चारी का कहना है कि मंडी से पंडोह के बीच टनल निर्माण को लेकर सर्वे करवाया जा रहा है और इसकी रिपोर्ट के बाद ही यहां पर टनल निर्माण की संभावनाओं का पता चल पाएगा। यदि टनल निर्माण की संभावनाएं बनती हैं तो फिर एक के स्थान पर 2 टनल भी बनाई जा सकती हैं।