Kangra: जो धन उन्हें मिला था, वह स्वयं शिमला आकर मुख्यमंत्री को लौटा देंगे : शांता

punjabkesari.in Saturday, May 17, 2025 - 04:35 PM (IST)

पालमपुर (भृगु): लोकतंत्र के प्रहरी विवाद से आहत शांता कुमार ने बार-बार अपमानित करने का आरोप लगाया है। वहीं उन्होंने इस सम्मान की एवज में मिली धनराशि को मुख्यमंत्री को लौटाने की ऑफर दी है। पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा कि वह स्वतंत्रता प्रहरी विधेयक विवाद से बहुत दुखी और आहत हैं। जीवन में इतना दुखी होकर कभी भी सार्वजनिक रूप से कुछ नहीं कहा। पहली बार कुछ कहने पर विवश हुए हैं। उन्होंने कहा कि 1975 में आपातकाल की घोषणा तथा लोकतंत्र की हत्या भारत के इतिहास का सबसे काला अध्याय घटा। पूरा देश जेल खाना बना दिया गया।

मोरारजी देसाई से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी तक हजारों नेताओं और कार्यकर्त्ताओं को बिना मुकद्दमा चलाए जेलों में डाल दिया गया। उच्च न्यायालय में सरकार ने यह तक कहा कि संविधान का जीने का मूल अधिकार भी समाप्त कर दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने यहां तक कहा कि यह कैदी छोड़े कभी भी नहीं जा सकते और कभी छोड़े भी गए तो इन्हें समुद्र में फैंकना पड़ेगा। शांता कुमार ने कहा कि इस प्रकार की इतिहास की सबसे भयंकर परिस्थिति में मेरे जैसे हजारों लोग किसी सम्मान के लिए 19 महीने जेलों में नहीं रहे और न ही कभी किसी से कोई सम्मान मांगा। उस समय के बहुत से लोग यह दुनिया छोड़ चुके हैं।

केवल मेरे जैसे ही कुछ शेष बचे हैं। उन्होंने सरकार से आग्रहपूर्वक कहा है कि न तो उस समय वे किसी सम्मान के लिए जेलों में गए और न ही कभी किसी सम्मान की मांग की। फिर आज इस विषय को विवाद का विषय बना कर बार-बार चर्चा से हमें अपमानित क्यों किया जा रहा है। शांता कुमार ने कहा कि यदि सरकार चाहेगी तो शुरू में इस योजना के अन्तर्गत जो धन उन्हें मिला था, वह स्वयं शिमला आकर मुख्यमंत्री को लौटा देंगे। लेकिन उन्होंने प्रार्थना की है कि इस प्रकार के ऐतिहासिक विषय को विवाद का विषय न बनाया जाए। थोड़े से जीवित बचे हम लोगों को बार-बार अपमानित न किया जाए।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Kuldeep

Related News