गंगा की तर्ज पर सतलुज के तट पर महाआरती का आयोजन (Watch Video)

Tuesday, Oct 08, 2019 - 03:00 PM (IST)

रामपुर बुशहर (बिशेषर): हिमालय की गोद से निकल कर करोड़ों लोगों की प्यास बुझाने वाली सतलुज नदी की महिमा शुरू हो गई है। गंगा की तर्ज पर काशी के प्रकांड विद्वान पंडितों ने लोगो की उपस्थिति में दत्तनगर के समीप नदी तट पर सतलुज आराधना की।


सतलुज तट पर जलविद्युत परियोजनाओं का सफल निर्माण कर अस्तित्व में आए केंद्र और प्रदेश सरकार के संयुक्त उपक्रम एसजेवीएन के रामपुर हाइड्रोपवार स्टेशन द्वारा सतलुज आराधना महत्व को बताया। इससे पूर्व एसजेवीएन के प्रबंध निदेशक नंद लाल समेत निगम के उच्च अधिकारियों ने सतलुज नदी की विधि विधान से पूजा-अर्चना की।

उन्होंने कहा कि हम नदियों पर प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर से आश्रित है। नदियां देश की धड़कन हैं। सतलुज शिरोमणि पर्वत से निकलकर करोड़ों लोगों का उधार करती है। कैलाश पर्वत ने हमें सतलुज नदी दिया और सतलुज ने हमें जीवन दिया है। माता-पिता और गुरु जिस तरह से पूजनीय है, उसी तरह से नदियों को जीवनदायिनी के रूप में मानते हुए पूजा करनी चाहिए।


शास्त्रों और वेदों में भी इनका वर्णन। हमें उस अमृत रूपी जलदायिनी नदी सतलुज को भी स्वच्छ रखना हमारा परम कर्तव्य है, ताकि सतलुज नदी की अहमियत और स्वच्छता को हम सब मिल कर बनाए रख सकें। ग्रामीण इलाकों से आए लोगों ने उनका पारम्परिक अंदाज में स्वागत किया। साथ ही वाद्ययंत्रों की धुनों पर खूब नृत्य किया। 

Ekta