डॉक्टरों ने किया कमाल, महिला के पेट से निकाली 21 किलोग्राम की रसौली

Friday, Dec 14, 2018 - 04:59 PM (IST)

मंडी (पुरुषोत्तम): जोनल अस्पताल में तैनात गायनी रोग विशेषज्ञ डा. कपिल की टीम ने शुक्रवार को एक 56 वर्षीय महिला के पेट से 21 किलोग्राम की रसौली निकालकर उसे नया जीवनदान दिया है। प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी रसौली भी पंडोह के ग्राहण निवासी श्यामलाल की 18 वर्षीय बेटी सुनीता देवी के पेट से डा. कपिल की टीम द्वारा वर्ष 2012 में निकाली गई थी। 6 वर्ष पहले निकाली गई उस रसौली का वजन 25 किलोग्राम था और शुक्रवार को चले डेढ़ घंटे के ऑप्रेशन में टीम ने सरकाघाट के अप्पर ढलवान की वीना देवी पत्नी नेत्र सिंह के पेट से जो रसौली निकाली उसका वजन 21 किलोग्राम निकला। चिकित्सक टीम की इस सफलता की काफी प्रशंसा हो रही है। क्षेत्रीय अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सकों व सी.एम.ओ. डा. जीवानंद ने भी डा. कपिल की टीम को इस उपलब्धि पर उनकी पीठ थपथपाई है।

विशालकाय रसोली को देख हतप्रभ रह गई डॉक्टरों की टीम

शुक्रवार सुबह क्षेत्रीय अस्पताल के ऑप्रेशन थिएटर में जब अप्पर ढलवान की वीना देवी पत्नी नेत्र सिंह की शल्य चिकित्सा शुरू हुई तो पेट से निकली विशालकाय रसौली से चिकित्सकों की टीम भी हतप्रभ रह गई। बताया गया कि महिला को सांस लेने में ज्यादा तकलीफ होने लगी तो परिवार के लोग उसे क्षेत्रीय अस्पताल में 9 दिसम्बर को उपचार के लिए लाए थे। जहां डॉक्टरों ने अल्ट्रासाऊंड के बाद शुक्रवार को ऑप्रेशन किया और पेट से रसौली निकाल उसे नया जीवनदान दिया।

इलाज न मिलता तो जा सकती थी महिला की जान

डा. कपिल ने बताया कि महिला को रसौली में एकाएक फुलाव की वजह से सांस लेने में काफी दिक्कते आ रही थी। अगर समय रहते महिला को इलाज नहीं मिलता तो उसका जीवन खतरे में पड़ सकता था। उन्होंने कहा कि रसौली के कुछ मेजर सैंपल शिमला स्थित आई.जी.एम.सी. भेजे जा रहे हैं और कुछ प्राइवेट लैब में भी भेजे जा रहे हैं ताकि इस बात का पता चल सके कि रसोली ने पेट में इतना विशालकाय रूप कैसे ले लिया। उन्होंने कहा कि वे इससे पूर्व 2012 में ही कैहनवाल की एक महिला के पेट से 23 किलोग्राम की रसौली निकाल चुके हैं। डा. कपिल अभी तक अपने 20 साल की सेवा में 10 हजार के आसपास ऑप्रेशन कर चुके हैं।

इस टीम ने किया कमाल

जोनल अस्पताल में तैनात गायनी रोग विशेषज्ञ डा. कपिल के अलावा इस टीम में उनके सहयोग डा. अश्वनी,डा. तनु, सिस्टर रितू व ओ.टी.ए. कंचन शामिल थे। करीब डेढ़ घंटे के इस ऑप्रेशन में टीम ने आपसी तालमेल से महिला को नया जीवनदान दिया।

Vijay