अब दिव्यांगों को नहीं काटने पड़ेंगे अस्पताल के चक्कर, दिव्यांगता प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन करें आवेदन

Saturday, Nov 30, 2019 - 05:40 PM (IST)

मंडी: भारत सरकार ने अब दिव्यांगता के प्रमाण पत्र ऑनलाइन बनाने का कार्य शुरू कर दिया है। भारत सरकार दिव्यांगों को एक नई पहचान और इस प्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए यह कार्य कर रही है। इसी के चलते हिमाचल के जोनल अस्पताल मंडी में भी अब ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इससे पहले आवेदक को अस्पताल जाकर आवेदन करना पड़ता था, जिसके झंझट से अब छुटकारा मिलने वाला है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश ठाकुर ने बताया कि दिव्यांगता प्रमाण पत्र के लिए आवेदक को नजदीकी लोकमित्र केंद्र या फिर कॉमन सर्विस सैंटर से ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदक चाहे तो खुद भी भारत सरकार की वैबसाइट ‘स्वावलंबन कार्ड’ पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकता है।

आवेदन करने के बाद मैडीकल बोर्ड की तारीख आवेदक को दी जाएगी और उस दिन आवेदक को बोर्ड के समक्ष पेश होकर अपना मैडीकल परीक्षण करवाना होगा। डॉक्टर भी ऑनलाइन ही व्यक्ति की बीमारियों का सारा हवाला देगा और उसी आधार पर दिव्यांगता का प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। हाथ से लिखकर दिए प्रमाण पत्र मान्य नहीं होंगे जबकि कम्प्यूटराइज्ड प्रमाण पत्र ही स्वीकार्य माने जाएंगे। वहीं दिव्यांग व्यक्ति को एक यूडीआईडी यानी यूनिक डिसैबिलिटी आई कार्ड भी दिया जाएगा। यह कार्ड देश भर में मान्य होगा और इसी के आधार पर दिव्यांग व्यक्ति की पहचान होगी तथा वह सरकारी सुविधाओं का लाभ उठा पाएगा।

डॉ. दिनेश ठाकुर ने बताया कि जिन दिव्यांगों को पहले से प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं उन्हें भी अपने प्रमाण पत्रों को रिन्यू करवाना पड़ेगा। उन्हें अब कम्प्यूटर द्वारा प्रिंटिड प्रमाण पत्र दिए जाएंगे और यूडीआईडी नंबर जारी किया जाएगा। इसके लिए भी दिव्यांगों को ऑनलाइन ही आवेदन करना होगा और उसी के तहत उन्हें नए प्रमाण पत्र जारी होंगे। उन्होंने बताया कि कुछ समय के बाद पुराने प्रमाण पत्र मान्य नहीं होंगे, इसलिए सभी आवेदक समय रहते अपने पुराने प्रमाण पत्रों का नवीनीकरण करवा लें। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन प्रक्रिया से देशभर में दिव्यांगों का एक डाटा तैयार हो जाएगा और उसी आधार पर सरकार इस वर्ग के लिए भविष्य में योजनाएं और कार्यक्रम तय करेगी।

Vijay