मैरिट के आधार पर अब मिलेगी HPU में हॉस्टल सुविधा, अभिभावकों को भी देनी होगी अंडरटेकिंग

Friday, Jul 05, 2019 - 09:52 AM (IST)

शिमला (अभिषेक): हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के हॉस्टल में रहने के लिए विद्यार्थियों के साथ-साथ उनके अभिभावकों को भी अंडरटेकिंग देनी होगी। हॉस्टल को आवेदन करते समय विद्यार्थियों को अंडरटेकिंग भी देनी होगी। इसके माध्यम से विद्यार्थियों को यह घोषणा करनी होगी कि वे हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय व हॉस्टलों के नियमों की अनुपालना करेंगे और किसी भी प्रकार की राजनीतिक व असामाजिक गतिविधियों में संलिप्त नहीं होंगे। रैगिंग सहित अन्य किसी प्रकार की असामाजिक गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने पर उक्त छात्र का होस्टल आबंटन रद्द कर दिया जाएगा।  

इसी तरह विद्यार्थियों के अभिभावकों को भी इस तरह का अंडरटेकिंग भरकर यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका बच्चा विश्वविद्यालय के होस्टल में रहते समय विश्वविद्यालय व होस्टलों के नियमों का पालन करेगा। हॉस्टल आबंटित होने की प्रक्रिया के दौरान हॉस्टल एडमिशन फार्म के साथ छात्रों को यह अंडरटेकिंग देनी होगी। अंडरटेकिंग के माध्यम से यह भी घोषणा करनी होगी यदि होस्टल में रहते समय किसी सामान को नुक्सान पहुंचाया तो उक्त विद्यार्थी का होस्टल आबंटन रद्द करने के अलावा रिकवरी भी जा सकती है।

हॉस्टल में रहने के लिए कंटीन्यूशन का आवेदन करने की प्रक्रिया शुरू

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में होस्टल कन्टीन्यूशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। विभिन्न ब्वायज व गर्ल्ज हॉस्टलों में स्नातकोत्तर स्तर के विभिन्न कोर्सों में तृतीय व 5वें सैमेस्टर और पीएच.डी. स्कॉलर्स द्वितीय व तृतीय वर्ष के लिए सत्र 2019-20 के लिए यह प्रक्रिया शुरू की गई है। गुरुवार को विपाशा, ईरावती व गिरिगंगा गल्र्ज होस्टलों में होस्टल कन्टीन्यूशन के तहत होस्टल आबंटित किए गए। इसके अलावा डा. वाई.एस. परमार ब्वायज हॉस्टल में कन्टीन्यूशन के तहत हॉस्टल आबंटित किए गए। शैड्यूल के तहत यह प्रक्रिया 10 जुलाई तक विभिन्न हॉस्टलों के लिए जारी रहेगी।

Ekta