JCC की बैठक न बुलाने पर भड़के कर्मचारी, धर्मशाला में सरकार के खिलाफ इन दिन देंगे धरना

Friday, Nov 29, 2019 - 05:55 PM (IST)

मंडी (पुरुषोत्तम): हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष एनआर ठाकुर ने कहा कि महासंघ हमेशा सरकार के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण में कर्मचारी समस्याओं को सुलझाना चाहता है। महासंघ बेवजह टकराव नहीं चाहता और न ही सरकार को किसी समस्या में डालना चाहता है। उन्होंने कहा कि संघर्ष या आंदोलन किसी भी समस्या का स्थायी हल भी नहीं है लेकिन पिछले दो वर्षों से भाजपा सरकार कर्मचारी मुद्दों की अनदेखी कर रही है। कोई भी संयुक्त सलाहाकार समिति की बैठक अब तक नहीं बुलाई गई।

56 सूत्रीय मांग पत्र पर आजतक नहीं हुई कार्रवाई

उन्होंने कहा कि 56 सूत्रीय मांग पत्र भी महासंघ ने सरकार को सौंपा है, उस पर भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। पिछलें 2 वर्षो से महासंघ के पदाधिकारी विभिन्न स्तर पर उचित प्लेटफार्म के माध्यम से जेसीसी की बैठक बुलाने का आग्रह कर चुके हैं लेकिन महासंघ के सभी प्रयास सरकार द्वारा नजर अंदाज कर दिए गए। एनआर ठाकुर ने कहा कि कुछ पूर्व में रहे कर्मचारी नेता जो अब सरकार में बैठे हैं महासंघ को बेमतलब के विवाद में घसीट रहे हैं और मुख्यमंत्री को भी भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ महासंघ जल्द ही मोर्चा खोलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार का मानना है कि कर्मचारियों के विभिन्न गुट बनने की वजह से जे.सी.सी. बुलाने में दिक्कत आ रही है लेकिन प्रजातंत्र में बहुमत जिसके साथ हो उसे प्राथमिकता दी जाती है।

टकराव से पहले सरकार बुलाए जेसीसी की बैठक

उन्होंने कहा कि इस महासंघ के पदाधिकारी संवैधानिक तौर पर चुने गए हैं और कर्मचारियों का बहुमत भी उनके साथ है इसलिए सरकार जेसीसी की बैठक तुरंत बुलाए ताकि ज्यादा देर तक कर्मचारियों की समस्याओं को ठंडे बस्ते में न डाला जा सके। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने भी पूर्व में कर्मचारियों को छला है और अब भाजपा सरकार भी उसी राह पर चल पड़ी है। बैठक न बुलाने की सुरत में महासंघ मजबूर होकर 12 दिसम्बर को धर्मशाला में विधानसभा परिसर में धरना देगा। एक दिवसीय इस धरने में महासंघ के खंड स्तर से लेकर राज्य स्तर तक सभी चुने हुए कर्मचारी प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।

Vijay