चुनाव लड़ने का अभी कोई इरादा नहीं, संगठन में करूंगा काम: गोकुल बुटेल

Tuesday, Jan 29, 2019 - 10:04 AM (IST)

शिमला: कांग्रेस के नवनियुक्त संयुक्त सचिव गोकुल बुटेल का कहना है कि उनका किसी से कोई मनमुटाव नहीं है और न ही उनका आने वाले विधानसभा चुनाव या लोकसभा चुनाव को लड़ने का अभी कोई इरादा है। उन्हें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जो जिम्मेदारी सौंपी है उसे निभाने के लिए पूरी मेहनत से काम किया जाएगा और पूरे देश में कांग्रेस को और मजबूत बनाने में सहयोग दिया जाएगा। गोकुल बुटेल हिमाचल कांग्रेस के अध्यक्ष व पालमपुर से दो बार विधायक रहे कुंज बिहारी लाल बुटेल के पोते हैं। आई.टी. क्षेत्र में परांगत गोकुल बुटेल ने 22 साल की उम्र में हिमाचल कांग्रेस के सोशल मीडिया विंग की कमान संभाली। अब गोकुल को संयुक्त सचिव बनाया गया है। वर्ष 2014 से 2017 तक तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के आई.टी. सलाहकार रह चुके गोकुल बुटेल से पालमपुर में हमारे प्रतिनिधि मुनीष दीक्षित और गौरव वर्मा ने चुनाव से लेकर आगामी राजनीतिक भविष्य को लेकर बातचीत की। पेश हैं उसके मुख्य अंश:- 

संगठन में राष्ट्रीय स्तर की नई जिम्मेदारी मिली है। इसे किस रूप में देखते हैं?

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने यह कार्य सौंपा है। उन्होंने मेरे काम को एक साल से नजदीक से देखा है। उसके बाद छोटी उम्र में ही यह जिम्मेदारी दी गई है। यह बड़ी जिम्मेदारी है और इस काम को पूरी ईमानदारी से निभाया जाएगा। पूरे देश में कांग्रेस की मजबूती के लिए काम होगा। 

राहुल गांधी की टीम में आप एक साल से डाटा विश्लेषण विभाग के राष्ट्रीय समन्वयक के रूप में काम कर रहे हैं। कैसा अनुभव रहा?

22 साल की उम्र में मैंने हिमाचल कांग्रेस का सोशल मीडिया विंग संभाल लिया था। उसके बाद 25 साल की आयु में मुझे हिमाचल के तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के साथ आई.टी. सलाहकार बनने का मौका मिला। यहीं से मुझे राष्ट्रीय स्तर का मंच मिला और एक साल से डाटा विश्लेषण विभाग की बागडोर संभाली। राजस्थान बार रूम का काम चुनाव के समय देखा। पूरी ईमानदारी से इसमें कार्य किया और इस काम के बाद ही संयुक्त सचिव के रूप में जिम्मेदारी मिली। अब भी इस कार्य को देख रहा हूं। काफी बेहतर अनुभव रहा है। काफी कुछ सीखने को मिला है।

आप अब संगठन की मुख्यधारा में हैं। चर्चा है कि आप आने वाले लोकसभा या विधानसभा चुनाव लड़ने की भी तैयारी में हैं?

थोड़ा गंभीर होते हुए, देखिए ऐसा कुछ नहीं है। राहुल गांधी जी ने एक जिम्मेदारी मुझे दी है, वह काफी अहम कार्य है। मुझे संगठन में अभी कार्य करना है। फिलहाल आने वाले लोकसभा चुनाव या उसके बाद विधानसभा चुनाव लडऩे का कोई इरादा नहीं है। अभी संगठन की मुख्यधारा में ही काम करूंगा। 

प्रदेश के 2017 के विधानसभा चुनाव में आपको टिकट नहीं मिल पाई थी। उसके बाद चर्चा थी कि आप वीरभद्र सिंह से टिकट न दिला पाने को लेकर नाराज हो गए हो?

देखिए, कुछ लोग अफवाहें फैलाते हैं, वीरभद्र सिंह बहुत वरिष्ठ नेता हैं। मुझे उन्होंने अपना आई.टी. सलाहकार बनाया। आज यदि मैं संगठन की केंद्रीय धारा में पहुंचा हूं तो उसमें वीरभद्र सिंह जी का अहम रोल रहा है क्योंकि उन्होंने मुझे कार्य करने का एक मंच दिया। उसी कार्य के कारण मुझे आज संगठन में आगे पहुंचने का मौका मिला है। उनसे न कोई नाराजगी है और न ही कोई मनमुटाव।

विधानसभा चुनाव के दौरान आपने पालमपुर से टिकट के लिए आवेदन किया था। आपको टिकट नहीं मिली लेकिन टिकट बुटेल परिवार के एक सदस्य को ही मिली। उसको लेकर क्या परिवार में कोई मनमुटाव है?

देखिए, टिकट के लिए हर कार्यकर्ता आवेदन कर सकता है। मैंने भी किया था। मौजूद कांग्रेस के विधायक आशीष बुटेल मेरे सम्मानीय हैं, उन्हें टिकट मिली खुशी हुई। कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें चुना। हाईकमान से बढ़कर कोई नहीं होता है। हाईकमान का निर्णय ही संगठन में सर्वोच्च होता है। इसको लेकर परिवार में कभी कोई मनमुटाव नहीं रहा है। आशीष बुटेल अच्छा कार्य कर रहे हैं और उम्मीद है कि वह इस कार्यकाल में और बेहतर कार्य करेंगे। 

हाल ही में हुए चुनाव में कांग्रेस को कुछ राज्यों में बढ़त मिली। क्या लगता है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस बढ़त बना पाएगी?

देखिए, 2019 का चुनाव 2014 से काफी अलग है। उस समय मोदी लहर थी, लोगों को लग रहा था कि देश में कुछ बदलाव होगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। लोगों का भाजपा से मोहभंग हो रहा है। यह कुछ राज्यों के चुनाव में भी साबित हो गया है। इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस देश में बढ़त बनाएगी और सरकार भी बनेगी।

Ekta