अब NCVT डिप्लोमा धारक राष्ट्रीय स्तर पर नौकरी के लिए पात्र होंगे हिमाचली बच्चे

Tuesday, Feb 12, 2019 - 12:07 PM (IST)

शिमला : केंद्र ने प्रदेश की 19 आई.टी.आई. में स्टेट काऊंसिल ऑफ वोकेशनल ट्रेनिंग (एस.सी.वी.टी.) के तहत चल रहे विभिन्न ट्रेडों को एन.सी.वी.टी. के तहत चलाने को एफिलिएशन दे दी है। प्रदेश में इससे आई.टी.आई. में एस.सी.वी.टी. के तहत विभिन्न व्यवसायों में ट्रेनिंग ले रहे हजारों विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। एन.सी.वी.टी. की मान्यता के बाद आई.टी.आई. के इन बज्जों का डिप्लोमा उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर नौकरी के लिए पात्र बना देगा। एस.सी.वी.टी. डिप्लोमा को केवल राज्य सरकार की ही मान्यता है।

इस वजह से एस.सी.वी.टी. डिप्लोमा धारक हिमाचल से बाहर दूसरे प्रदेशों में नौकरी को आवेदन नहीं कर पाते थे। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने केंद्र को आई.टी.आई. में विभिन्न व्यवसाय एन.सी.वी.टी. के तहत चलाने की अनुमति मांगी थी। बीते 17 जनवरी को केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के डायरैक्टोरेट जनरल ऑफ ट्रेङ्क्षनग (डी.जी.टी.) की बैठक में प्रदेश के प्रस्ताव पर मोहर लगी। अब जाकर डी.जी.टी. ने हिमाचल को पत्र भेजकर एन.सी.वी.टी. से एफिलिएशन कन्फर्म की है। अच्छी बात यह है कि अगस्त 2018 से 11 नई तथा 8 पुरानी आई.टी.आई. में विभिन्न ट्रेडों को एफिलिएशन दी गई है।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश की कुछ आई.टी.आई. में बच्चे एस.सी.वी.टी. के तहत चल रहे ट्रेडों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर पर नौकरी के लिए पात्रता हासिल करने के लिए इन बच्चों को पहले एस.सी.वी.टी. के तहत परीक्षाएं पास करनी होती हैं, उसके बाद दोबारा से एन.सी.वी.टी. के तहत पेपर देने होते हैं। डी.जी.टी. की मान्यता के बाद भी कुछ आई.टी.आई. ऐसी बचती हैं, जिन्हें अभी एन.सी.वी.टी. के तहत चलाने को मंजूरी लेनी अनिवार्य है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस बार के बजट में जल्द ही बची हुई आई.टी.आई. को भी एन.सी.वी.टी. के तहत चलाने की मंजूरी दिलाने का भरोसा दिया है।
 

kirti