NCERT का सिलैबस तैयार, अब जल्द किताबों की प्रिंटिंग के दिए जाएंगे आदेश

Sunday, Oct 21, 2018 - 12:22 PM (IST)

शिमला (प्रीति): शिक्षा विभाग ने पहली से 5वीं कक्षा तक के लिए एन.सी.ई.आर.टी. का सिलेबस तैयार कर दिया है। सरकार ने भी इस सिलेबस को अपनी मंजूरी दे दी है। इसके बाद अब जल्द ही प्रदेश सरकार एन.सी.ई.आर.टी. सिलेबस बेस्ड किताबें प्रिंट करवाने के आदेश जारी करने जा रही है। हालांकि प्रदेश में छठी से 12वीं कक्षा तक एन.सी.ई.आर.टी. का सिलेबस ही पढ़ाया जा रहा है, लेकिन इस दफा प्रदेश सरकार पहली से 5वीं कक्षा तक भी एन.सी.ई.आर.टी. का सिलेबस ही लागू करने जा रही है।

इसको लेकर विभाग से सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। शिक्षा सचिव डा.अरुण शर्मा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि उक्त कक्षाओं का एन.सी.ई.आर.टी. का सिलेबस तैयार कर लिया है। अगले सत्र से प्रदेश में पहली से 5वीं क क्षा तक यह सिलेबस लागू किया जाएगा। इससे पूर्व प्रदेश में उक्त कक्षाओं में एस.सी.ई.आर.टी.का सिलेबस ही पढ़ाया जा रहा था, जिसका शिक्षक बीते कई वर्षों से विरोध कर रहे थे।

पहली से 5वीं के लगभग 3 लाख छात्रों के लिए किताबें करवाई जाएंगी प्रिंट 
पहली से 5वीं कक्षा तक एन.सी.ई.आर.टी. का सिलेबस तय करने के बाद अब बोर्ड प्रदेश के 3 लाख छात्रों के  लिए किताबें प्रिंट करवाएगा। इसमें उक्त कक्षाओं के लिए हिंदी, विज्ञान, अंगे्रजी और हिसाब विषय की किताबें शामिल होंगी। बताया जा रहा है कि इसके लिए एस.एस.ए. ने जिलों से किताबों की डिमांड भी मांग ली है। इसके मुताबिक प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में 3 लाख बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।

स्कूली बच्चों के लिए चैस, म्यूजिक और योगा का सिलैबस भी किया गया तैयार
शिक्षा विभाग ने इस दौरान पहली से 10वीं कक्षा तक के लिए चैस, म्यूजिक और योगा का सिलेबस भी तैयार कर लिया है। अगले सत्र से इन कक्षाओं में यह नया सिलेबस लागू किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि एस.सी.ई.आर.टी. ने उक्त तीनों विषय का सिलेबस तैयार किया है। ये तीनों विषय थ्योरी और प्रैक्टीकल पर आधारित होंगे।

चैस विषय पढ़ाने के लिए स्कूलों में मौजूदा शिक्षकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण 
स्कूलों में चैस विषय पढ़ाने के लिए विभाग अलग से शिक्षकों की भर्ती नहीं करेगा। इसके लिए स्कूलों में मौजूदा शिक्षकों को ही प्रशिक्षित किया जाएगा। स्कूलों में कार्यरत पी.टी.आई. व शारीरिक शिक्षकों को ही यह जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। हाल ही में विभाग ने 60 शिक्षकों को इसके लिए प्रशिक्षण भी दिया है। 

Ekta