17 अक्टूबर से शिमला में शुरू होगा नाबार्ड का ''उड़ान मेला''

Tuesday, Oct 15, 2019 - 02:16 PM (IST)

शिमला (योगराज): 17 अक्टूबर से शिमला के रिज मैदान में नाबार्ड 'उड़ान मेला- 2019' आयोजित करने जा रहा है जिसमें प्रदेश के किसानों और स्वयं सहायता समूहों की ग्रामीण महिलाओं द्वारा तैयार किए गए उत्पादों को मेले में प्रदर्शित और बेचा जाएगा। यह मेला 17 से 21 अक्टूबर तक चलेगा। इस पांच दिवसीय मेले में प्रदेश के दुर्गम जिले चंबा के पांगी हिल्स ले उत्पाद भी लगाए जाएंगे। इसके अलावा मेले में पहाड़ी मसाले और दालें भी प्रदर्शनी में लगाई जाएगी। कुल्लू जिले के मशहूर उन्नी हैंडलूम उत्पादों जैसे कुल्लु शॉल, टोपी और जैकेट जिन्हें ग्रामीण महिलाएं हाथों से तैयार करती हैं को भी मेले में लगाया जाएगा। 

घर की सजावट के लिए इस्तेमाल होने वाले उन्ना जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणों द्वारा तैयार किए फर्नीचर को भी प्रदर्शनी और बिक्री के लिए लगाया जाएगा। नाबार्ड हिमाचल क्षेत्रीय कार्यालय के मुख्य महा प्रबंधक निलय कपूर ने बताया कि देश में लगभग 90 लाख स्वयं सहायता समूहों का गठन नाबार्ड के माध्यम से हो चुका है। हिमाचल में लगभग 54,392 स्वयं समूह काम कर रहे हैं। नाबार्ड हिमाचल सरकार को विभिन्न योजनाओं के तहत 700 करोड़ की सहायता प्रदान कर रहा है। जलवायु परिवर्तन को लेकर भी नाबार्ड काम कर रहा है। उल्लेखनीय है कि नाबार्ड ने बीते वर्ष भी इसी तरह की पहल करते हुए शिमला में "ग्राम उत्पाद मेला" आयोजित किया था जिसमें कृषक उत्पादक संगठनों और स्वयं सहायता समूहों द्वारा उत्पादित उत्पादों को प्रर्दशित और बेचने के लिए लगाया गया था।

इसके अलावा "रूरल मार्ट और रूरल हार्ट" योजना के माध्यम ग्रामीण क्षेत्र के किसानों और स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को प्रदर्शित और बेचने के लिए भी प्रदेश के जिलों में नाबार्ड प्लेटफार्म दे रहा है। नाबार्ड का सपना है कि हिमाचल की ग्रामीण सभ्यता, संस्कृति और पर्यटन से लोग जुड़ सकें जिसके लिए काम किया जा रहा है। प्रदेश सरकार के मेगा इन्वेस्टर मीट में भी नाबार्ड अपना स्टॉल लगाएगा।ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी नाबार्ड "ग्रामीण पर्यटन" के प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है।

 

Ekta