सैहब सोसायटी के 25 से अधिक ड्राइवरों ने एक साथ दिया इस्तीफा, जानिए क्या है वजह

Thursday, Apr 25, 2019 - 10:08 PM (IST)

शिमला: सैहब सोसायटी के तहत गारबेज वाहन चलाने वाले 25 से अधिक ड्राइवरों ने वीरवार को एक साथ त्याग पत्र दे दिया है, ऐसे में शुक्रवार से राजधानी शिमला में सफाई व्यवस्था ठप्प हो जाएगी। गारबेज वाहन चालकों के एक साथ इस्तीफा देने से नगर निगम व आम जनता की परेशानी बढ़ा दी है। ड्राइवर यूनियन का कहना है कि गारबेज वाहनों में जो जी.पी.एस. सिस्टम लगा हुआ है वह पिछले कुछ दिनों से खराब चल रहा है, ऐसे में ड्राइवर इस मसले पर स्वास्थ्य अधिकारी से मिलने गए थे। यूनियन का आरोप है कि इस दौरान स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा उनके साथ दुव्र्यव्हार किया गया, ऐसे में नाराज होकर सभी ड्राइवरों ने प्रशासन को त्याग पत्र दे दिया है।

प्रशासन लगा रहा तेल में गड़बड़ी करने का आरोप

यूनियन का कहना है कि प्रशासन ड्राइवरों पर गारबेज वाहन कम चलने और तेल का अधिक प्रयोग होने का आरोप भी लगा रहा है, जिससे भी ड्राइवर परेशान हैं। मामले को वीरवार को ड्राइवर यूनियन की बैठक अध्यक्ष श्रवण कुमार की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सर्वसहमति से निर्णय लिया कि सभी ड्राइवर नौकरी छोड़ कर चले जाएंगे। इसी के चलते चालकों ने पद से इस्तीफा दिया है।

निगम प्रशासन का रवैया बेहद ही नकारात्मक

चालक यूनियन के अध्यक्ष श्रवण कुमार ने कहा कि गारबेज वाहन चालक कड़ी मेहनत से अपना काम कर रहे हैं लेकिन निगम प्रशासन का रवैया बेहद ही नकारात्मक है। ड्राइवरों को न तो ओवरटाइम दिया जा रहा है और न ही अन्य कोई सुविधाएं, साथ ही निगम अधिकारी चालकों के साथ दुव्र्यव्हार कर रहे हैं, ऐसे में 25 से अधिक ड्राइवरों ने त्याग पत्र दे दिया है। ड्राइवरों के नौकरी छोड़ कर जाने से शहर में सफाई व्यवस्था चरमरा सकती है।

सैहब सोसायटी की बैठक में लिया जाएगा आगामी फैसला

सैहब सोसायटी यूनियन के अध्यक्ष जसवंत सिंह का कहना है कि नगर निगम प्रशासन तानाशाही रवैया अपनाए हुए है। सैहब कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है। ड्राइवरों पर तेल में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया जा रहा है। शुक्रवार को यूनियन के साथ बैठक रखी गई है, इसमें मामले पर आगामी फैसला लिया जाएगा।

Vijay