हंगामे के साथ हुआ विधानसभा मानसून सत्र का आगाज, विपक्ष ने लाया अविश्चास प्रस्ताव

punjabkesari.in Wednesday, Aug 10, 2022 - 07:54 PM (IST)

शिमला (राक्टा): हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र के पहले दिन सदन में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। विपक्ष ने यह हंगामा जयराम ठाकुर सरकार के खिलाफ दिए गए अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस के मुद्दे पर किया। पहले दिन शोकोद्गार के बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही आगे बढ़ी तो विपक्ष की तरफ से सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर हंगामा शुरू कर दिया गया, ऐसे में सत्तापक्ष के विधायक भी पलटवार करते दिखे और दोनों तरफ से नारेबाजी होती रही। इस हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही को 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया। दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू होते ही संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि जो प्रस्ताव लाया गया, उसको सदन की अनुमति के लिए रख दें और तुुरंत बहस के लिए टाइम फिक्स कर दें। विद इन टाइम उसको डिसाइड करे दें ताकि जनता को पता चल जाए कि कॉन्फिडैंस जयराम ठाकुर की सरकार में है या इनके बीच में है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि उन्हें बुधवार सुबह 9.50 बजे विपक्षी दल कांग्रेस और माकपा के एक सदस्य का नियम-278 के तहत अविश्वास प्रस्ताव को लेकर नोटिस प्राप्त हुआ था। इस प्रस्ताव पर वीरवार को सुबह 11 बजे से 3 बजे तक सदन में चर्चा होगी और इसके तुरंत बाद मुख्यमंत्री चर्चा का उत्तर देंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की अनुमति से पहले विपक्षी सदस्यों का नियमों के तहत हैड काऊंट भी किया।  

मुुकेश अग्निहोत्री बोले, सरकार खो चुकी विश्वास
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि विपक्ष मुख्यमंत्री और काऊंसिल ऑफ मिनिस्टर्ज के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नियम-278 के तहत लेकर आए है। विपक्ष के 23 सदस्यों के हस्ताक्षर वाला अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा गया है। इस पर सदन में तुरंत चर्चा की अनुमति दी जाए। अग्निहोत्री का कहना था कि सरकार लोगों का विश्वास खो चुकी है और प्रदेश में अराजकता का माहौल है। सरकारी मशीनरी ब्रेक डाउन हो गई है। ऐसे में मुख्यमंत्री और मंत्रियों को अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है और वे या तो तुरंत इस्तीफा दें या फिर उन्हें पद से हटाया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी तरह से विफल हो गई है और मुख्यमंत्री को खुद ही अपनी कुर्सी छोड़ देनी चाहिए।  

वोट किसका रिजैक्ट हुआ, आप उसको ढूंढो : जयराम
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि जो प्रस्ताव लाया गया है, उस पर हम कहां आपत्ति कर रहें है। हमारी सरकार है, मजबूत है, मैजोरिटी में है। हाल ही में राष्ट्रपति के चुनाव के लिए वोट पड़े थे तथा 45 वोट पक्ष में पड़े थे और 22 वोट विपक्ष के थे तथा आपका एक वोट गायब है। वोट किसका रिजेक्ट हुआ, आप उसको ढूंढो। उन्होंने कहा कि आपको आईना राष्ट्रपति चुनाव में दिख गया है। यहां आप अपने आपको को 23 गिन रहें है लेकिन राष्ट्रपति चुनाव में आपकी संख्या 22 क्यों रही। सीएम ने कहा कि हमारे मित्र इतनी जल्दबाजी में क्यों है। हमने देखा है कि जो जिस चीज के लिए जल्दबाजी करता है, वह चीज उसे इतनी जल्दी हालिस नहीं होती। 

नाखुश नजर आया विपक्ष, समय बढ़ाने की मांग
चर्चा के लिए सुबह 11 बजे से 3 बजे समय तय किए जाने पर विपक्ष विपक्ष नाखुश दिखा। इसके तहत विपक्षी सदस्यों ने समय को बढ़ाने का आग्राह किया। मुख्यमंत्री ने विपक्ष की इस आपत्ति की कड़ा विरोध किया और कहा कि विपक्ष विधानसभा अध्यक्ष अनावश्यक दबाव डाल रहा है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार हर बात का डंके की चोट पर जवाब देने के लिए तैयार है। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा चर्चा के लिए कम समय रखा गया, ऐसे में इस पर विधानसभा अध्यक्ष पुर्नविचार करे। इस दौरान हर्षवर्धन चौहान, राम लाल ठाकुर और आशा कुमारी ने चर्चा का समय बढ़ाने की मांग की, जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने खारिज कर दिया। 

5 साल में सिर्फ एक बार अविश्वास प्रस्ताव
प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार के खिलाफ यह पहला अविश्वास प्रस्ताव है। विधानसभा नियमों के अनुसार किसी भी सरकार के खिलाफ 5 साल में केवल एक बार ही अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है। इसके लिए विपक्ष के पास एक तिहाई समर्थन होना जरूरी है। इससे पूर्व जयराम सरकार के खिलाफ विपक्ष एक बार काम रोको प्रस्ताव भी ला चुका है। इसके साथ ही मानसून सत्र के पहले दिन विपक्षी सदस्य विरोधस्वरूप बाजू में काली पट्टियां बांधे नजर आए।

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Content Writer

Vijay

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