मॉनसून सत्र का अंतिम दिन: बरसात में नुक्सान पर चर्चा न होने पर विपक्ष का सदन से वॉकआउट (Video)

Saturday, Aug 31, 2019 - 01:33 PM (IST)

शिमला(योगराज): मॉनसून सत्र के अंतिम दिन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के विधायकों जगत सिंह नेगी, नंदलाल और मोहन लाल ब्राक्टा द्वारा भारी बरसात से हुए जानमाल के नुकसान से उत्पन स्थिति पर नियम के अंतर्गत 67 स्थगन प्रस्ताव सदन में लाया जिस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस विषय पर 20 अगस्त को चर्चा हुई है और मुख्यमंत्री ने इसमें विस्तृत जवाब भी दिया है। इसलिए सदन में इस विषय को निरस्त किया जाता है।लेकिन नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने दखल करते हुए कहा कि सदस्यों ने भारी बरसात में सरकार के विफल होने का मुद्दा चर्चा के लिए लाया है।

1988 के बाद इस तरह की स्थिति उत्पन हुई है इसलिए इस पर चर्चा जरूरी है लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने इस बीच प्रश्नकाल आरंभ कर दिया। इसी विपक्ष ने सदन में नारेबाजी करनी शुरू कर दी और सदन से वॉकआउट कर दिया। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार के पास कोई जवाब नही है। सरकार ने जनता के जुड़े विषय पर चर्चा के लिए समय नहीं दिया है जबकि जनता को इस बरसात के मौसम में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था लेकिन अब जब विपक्ष इस ओर स्थानग प्रस्ताव लाकर चर्चा करवाना चाहता है तो सरकार क्यों चर्चा नही करवा रही है। सैंकड़ों लोगों को भारी बरसात के चलते जान गवानी पड़ी है।

कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी,मोहनलाल ब्राक्टा और नन्दलाल ने नियम 67 के तहत सदन में भारी बरसात से नुक्सान पर चर्चा की मांग की थी। विधायकों ने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार में पूरी तरह से विफल रही है। सरकार का एक भी मंत्री बाढ़ पीड़ित क्षेत्र में नहीं गया। प्रदेश में आज भी अधिकतर सड़के बंद पड़ी है सेब मंडियों तक नहीं पहुँच रहा है कई क्षेत्रों में बिजली अभी भी गुल है। कई लोगों की मौत हो गई है लेकिन सरकार ने अभी तक परिवार को कोई सहायता नही दी है।

kirti