250 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में मोबाइल नंबरों का खेल, CBI ने मांगा रिकॉर्ड

Thursday, Jun 13, 2019 - 11:14 AM (IST)

शिमला (राक्टा): 250 करोड़ से अधिक के कथित छात्रवृत्ति घोटाले में सी.बी.आई. ने कुछ बैंक खातों के साथ छानबीन के दायरे में आए मोबाइल नंबरों का रिकॉर्ड खंगालना भी शुरू कर दिया है। इसके तहत जांच एजैंसी ने संबंधित टैलीकॉम कंपनियों से कुछ नंबरों का रिकॉर्ड मांगा है। शिक्षा विभाग ने भी अपनी जांच रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि कई आवेदनों में एक ही मोबाइल नंबर का एक से अधिक बार प्रयोग किया, ऐसे में सी.बी.आई. भी मामले की जांच के अंतर्गत हर पहलू को गंभीरता से खंगाल रही है। सामने आया है कि वर्ष 2013-14 में प्री-मैट्रिक में कुल 40874620रु पए की छात्रवृत्ति प्रदान की गई, जिसमें 2320 आवेदनों में एक ही मोबाइल नंबर को एक से अधिक बार प्रयोग किया गया, जबकि 962 आवेदनों में आधार संख्या अंकित नहीं है।

2014-15 में प्री-मैट्रिक के तहत 49709350 रुपए की छात्रवृत्ति प्रदान की गई, जिसमें 2095 आवेदनों में एक ही मोबाइल नंबर का एक से अधिक बार प्रयोग हुआ। इसी वित्तीय वर्ष में पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के अंतर्गत 726306542 रुपए की छात्रवृत्ति दी गई, जिसमें 5917 आवेदनों में भी एक से अधिक बार एक ही मोबाइल नंबर का प्रयोग हुआ। वित्तीय वर्ष 2015-16 में प्री-मैट्रिक में कुल 16043000 रुपए की छात्रवृत्ति प्रदान की गई, जिसमें 1064 आवेदनों में भी एक ही मोबाइल नंबर का कई दफा प्रयोग हुआ। इसी वर्ष पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति में कुल 712540038 रुपए की छात्रवृत्ति दी गई, जिसमें 3171 आवेदनों के अंतर्गत भी एक ही मोबाइल नंबर का प्रयोग कई बार हुआ। ऐसे में जांच एजैंसी अब मोबाइल नंबरों का रिकार्ड खंगाल रही है, ताकि पूरे मामले की परतें उधेड़ी जा सकें। छात्रवृत्ति घोटाला कई राज्यों में फैला हुआ है, जबकि 22 से अधिक निजी शिक्षण संस्थान जांच दायरे में चल रहे हैं।

2727 आवेदन, एक नंबर का प्रयोग

वर्ष 2016-17 में प्री-मैट्रिक में कुल 60018750 रुपए की छात्रवृत्ति प्रदान की गई, जिसमें की 296 आवेदनों में एक ही मोबाइल नंबर का प्रयोग कई बार हुआ। इसी वित्तीय वर्ष में पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के तहत 595817554 रुपए की छात्रवृत्ति प्रदान की गई, जिसमें 2727 आवेदनों में भी एक से अधिक बार एक की मोबाइल नंबर का प्रयोग किया गया।

34 विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई गईं

सरकार द्वारा शिक्षा विभाग के माध्यम से अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग तथा गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले परिवारों के बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए विभिन्न प्रकार की करीब 34 छात्रवृत्ति योजनाएं शुरू की गई हैं। इनमें मैट्रिकोत्तर छात्रवृत्ति योजना तथा मेधावी छात्रवृत्ति योजना, कल्पना चावला छात्रवृत्ति योजना, डा. अम्बेदकर छात्रवृत्ति योजना तथा ठाकुर सेन नेगी छात्रवृत्ति सहित अन्य शामिल हैं।

Ekta