सतपाल सत्ती ने पुलिस और सरकार को लिया आड़े हाथ, जानिए क्या दागे सवाल
punjabkesari.in Friday, Jul 28, 2023 - 09:34 PM (IST)

ऊना (सुरेन्द्र): भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष व ऊना के विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने पूछा है कि भाजपा शासनकाल के दौरान ऊना की खड्डों में खनन के खिलाफ ड्रोन उड़ाने वाले डीजीपी आखिर अब कहां हैं? ऊना में पूर्व विधायक बलवीर चौधरी के साथ पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए सत्ती ने कहा कि ऊना में पुलिस संरक्षण में जमकर लूटपाट का धंधा चल रहा है और लोगों पर लगातार जानलेवा हमले हो रहे हैं। कुछ पुलिस थानों और चौकियों में बैठे पुलिस के अधिकारी व कर्मचारी माफिया को संरक्षण दे रहे हैं। यही कारण है कि इसका खमियाजा कुछ उन पुलिस कर्मियों को भुगतना पड़ रहा है जो धरातल पर ईमानदारी से काम करना चाहते हैं।
कांग्रेस के 7 महीनों के माफिया राज की खोली जाएगी पोल
सत्ती ने कहा कि यूपी व बिहार की तर्ज पर वीरवार को ऊना के पंजाब बॉर्डर संतोषगढ़ में पुलिस कर्मियों को ही बंधक बना लिया गया। आखिर यह अराजकता किसके संरक्षण में चल रही है। ऊना क्षेत्र में ही दड़े-सट्टे और अवैध गतिविधियों की 35 दुकानें किसके इशारे पर चल रही हैं। आखिर चिट्टा बेचने के आरोपियों के साथ पुलिस के स्पैशल इन्वैस्टीगेशन यूनिट (एसआईयू) के कर्मियों की सोशल मीडिया पर फोटो क्यों है? जिस टीम पर अपराधियों पर कार्रवाई का जिम्मा है वह अवैध गतिविधियों में संलिप्त आरोपियों के साथ क्यों फोटो करवा रही है। सत्ती ने कहा कि भाजपा 29 जुलाई को जिला मुख्यालय में इसी पनपते माफिया राज के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी। इसमें कांग्रेस के 7 महीनों के माफिया राज की पोल खोली जाएगी।
पुलिस अधिकारियों का होगा घेराव, कमरे से बाहर नहीं निकलने देंगे
सत्ती ने कहा कि ऊना में कांग्रेस सरकार के 7 महीनों के दौरान माफिया का खुला खेल चल रहा है। ऐसे कौन से कांग्रेस नेता हैं जो संरक्षण दे रहे हैं और ऐसे कौन से पुलिस अधिकारी हैं जो माफिया को खुला खेल खेलने की इजाजत देकर जेबें भर रहे हैं। ऐसे पुलिस अधिकारियों का भाजपा घेराव करेगी और उनके कार्यालयों से उन्हें बाहर निकलना बंद कर दिया जाएगा। सत्ती ने कहा कि वह डीजीपी को तमाम दस्तावेज सौंपेंगे जिसमें पुलिस अधिकारियों की कलई खोली जाएगी। ऊना में कातिलाना हमले हो रहे हैं लेकिन पुलिस के अधिकारी आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस तक दर्ज नहीं कर रहे हैं। नेताओं के संरक्षण में पुलिस अधिकारी जमकर लूट का साम्राज्य चला रहे हैं।
चुनावों में बदले गए पुलिस अधिकारी 3 माह बाद क्यों और किसके कहने पर फिर आए ऊना
सत्ती ने कहा कि आखिर चुनावों में कार्यकाल पूरा होने पर ऊना से बदले गए कई पुलिस कर्मियों की 3 महीने के भीतर ही ऊना में पोसिं्टग क्यों हुई। आखिर इन अधिकारियों व कर्मचारियों को कौन लेकर आया। क्या यह इशारे पर काम कर रहे हैं और थाने व चौकियां माफिया के हवाले कर दी गई हैं। सत्ती ने कहा कि 11 महीने पहले ऊना में हादसे ने रहस्यमयी तरीके से मौत का ग्रास बने युवकों की जांच क्यों नहीं हो रही। उस समय तो कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता इसकी जांच की मांग करते थे। आखिर वह कौन युवक था जो हादसा स्थल से एक किलोमीटर पहले ही उस गाड़ी से क्यों उतर गया था जो बाद में 5 युवाओं की मौत का कारण बनी। क्या इस पहलु पर जांच हुई।
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