मैं सरकार व पार्टी के खिलाफ नहीं पर नहीं सहूंगा अपमान : धवाला

Friday, Jun 12, 2020 - 11:33 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): प्रदेश योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश धवाला द्वारा संगठन मंत्री पवन राणा के खिलाफ सरेआम मोर्चा खोलने के बाद भाजपा के भीतर मचा सियासी घमासान और बढ़ गया है। शुक्रवार को इस मुद्दे पर उपजे बवाल के बीच पार्टी नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। धवाला के विधानसभा हलके ज्वालामुखी में मंडल भाजपा ने संगठन मंत्री पवन राणा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जबकि राणा समर्थकों ने धवाला का पुतला फूंक डाला, वहीं नूरपुर के विधायक राकेश पठानिया व इंदौरा की विधायक रीता धीमान संगठन मंत्री पवन राणा के समर्थन में आ गए। हालात और बिगडऩे से रोकने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने देर शाम रमेश धवाला को बैठक के लिए बुला लिया। दूसरी ओर धवाला ने साफ कर दिया कि वह इस बार किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेंगे।

2 साल से संगठन मंत्री की तानाशाही का हो रहा हूं शिकार

शिमला में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में धवाला ने कहा कि वह पार्टी में किसी प्रकार की बगावत नहीं कर रहे हैं। धवाला का यहां तक कहना है कि चाहे पार्टी उन्हें बाहर कर दे परंतु अब वह और अपमान नहीं सहेंगे। धवाला ने कहा कि वह बीते 2 साल से संगठन मंत्री पवन राणा की तानाशाही का शिकार हो रहे हैं। बाहर से लाए लोगों को संगठन में तरजीह दी जा रही है। जनप्रतिनिधियों को दरकिनार कर अपने चहेतों को उच्च पदों पर बिठा दिया है। ऐसे में पार्टी को सिर्फ कांगड़ा जिला में ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में नुक्सान हो रहा है।

अपने समर्थकों के जरिए गलत प्रचार करवा रहे संगठन मंत्री

धवाला ने कहा कि संगठन मंत्री अपने समर्थकों के जरिए उनके खिलाफ गलत प्रचार करवा रहे हैं। वह 2 साल से मुख्यमंत्री व हाईकमान के सामने मामला उठा रहे हैं पर कोई सुनवाई अब तक नहीं हुई। उन्होंने दोहराया कि मुख्यमंत्री के साथ बैठक में 2 को छोड़कर अन्य सभी विधायकों ने उनके हलके में संगठन मंत्री के हस्तक्षेप का मसला उठाया है। धवाला बोले कि मैंने राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा व पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार के समक्ष यह मामला उठाया है। नड्डा से शीघ्र कार्रवाई करने का आग्रह किया है। अब वह चुप नहीं बैठेंगे व आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे।

पवन राणा ने जताई पदमुक्त होने की इच्छा

भाजपा मेंं ताजा घटनाक्रम के बीच निशाने पर आए प्रदेश भाजपा के संगठन महामंत्री पवन राणा काफी व्यथित हैं और वह इस बारे में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष के साथ चर्चा कर चुके हैं। सूत्रों की मानें तो लंबे अरसे से संगठन के काम में लगे पवन राणा ने खुद हाईकमान को ऐसी परिस्थितियों के चलते हिमाचल प्रदेश के पदभार से मुक्त होने की बात भी कही है। सूत्रों का यह भी कहना है कि बीएल संतोष ने पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को सौंप दी है। इस बीच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से चर्चा होने की सूचना है। उधर सारे मामले पर पवन राणा ने कहा कि इस मामले पर मुझे कोई टिप्पणी नहीं करनी है। उन्होंने कहा कि इस बारे में मुख्यमंत्री ही संज्ञान ले सकते हैं।

Vijay