नशे के लिए 14 साल के किशोर ने बेच डाले मां के मंगलसूत्र सहित सारे गहने, गिरफ्तार

Tuesday, Dec 04, 2018 - 11:15 AM (IST)

शिमला (रविंद्र जस्टा): नशा सिर्फ नाशवान है और कुछ नहीं। ऐसी ही कहावत शिमला के कृष्णानगर में एक परिवार पर चरितार्थ हुई है। यहां पर एक 14 साल के नाबालिग ने नशे डूब कर अपनी मां के 7 लाख रुपए के गहने ही बेच डाले हैं। बेटे की इस करतूत को देखकर पिता के होश उड़ गए हैं। ऐसे में बेटे से दुखी पिता ने सदर शिमला के तहत एफ.आई.आर. दर्ज करवाई है। हद तो यह है कि बेटे ने अपनी मां के सुहाग की निशानी तक नहीं रखी है। किशोर ने जिसको गहने बेचे थे पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। उसकी पहचान विकास सोढी निवासी लाल पानी के रूप में हुई है।

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पिता ने शिकायत पत्र में लिखा है कि उसके बेटे का पहले तो पता नहीं चला था कि वह नशे की गिरफ्त में आ रहा है। उन्हें उसकी आदत के बारे में धीरे-धीरे पता चला। दोस्तों के साथ बीड़ी-सिगरेट पीना शुरू कर दिया था और धीरे-धीरे चरस की लत पड़ गई और पिता की जेब से पैसे चुराने शुरू कर दिए थे। एक साल पहले अपने से बड़े उम्र के 2 लड़कों के साथ दोस्ती शुरू हो गई। उनमें से एक नशे का कारोबार करता है और शहर के एक नामी सरकारी स्कूल के साथ इसकी दुकान है। पिता ने जब बेटे पर नजर रखनी शुरू की तो सारी बात पता चली। बेटा इकलौता होने के कारण ज्यादा सख्ती की हिम्मत नहीं जुटा पाए।

‘जेवर लेकर आओ, माल ले जाओ’

इसी बीच नशे के लिए जब पैसों का इंतजाम नहीं हो पा रहा था तो कारोबारी ने असली नब्ज पकड़ ली और बच्चे को सलाह दे डाली कि जेवर लेकर आओ और माल ले जाओ। बस फिर क्या था, जैसे ही घर में मौका बना तो मां के गहनों पर हाथ साफ कर दिया। बच्चे ने अपनी मां के सोने के सैट से लेकर 4 अंगूठियां, नथ, चूड़ी और कड़े से लेकर मंगलसूत्र तक बेच डाला। इन गहनों की कीमत करीब 7 लाख रुपए आंकी गई है। घटना का पता तभी चला जब बच्चे के अभिभावकों ने अलमारी खोली और देखा तो गहने चोरी हो चुके थे। ऐसे में घर वालों के होश उड़ गए। पिता ने जब अपने बेटे से इसके बारे में पूछा तो पहले आनाकानी करता रहा लेकिन जब डांट लगाई तो पूरी कहानी बताई। पिता ने समाज में अपनी इज्जत की परवाह किए बिना पुलिस के पास जाने का मन बनाया। पुलिस ने सदर थाने के तहत मामला दर्ज कर लिया है। वहीं मामले को लेकर पुलिस की कार्रवाई जारी है।

एक गहने के बदले में मिली 50-60 ग्राम चरस

बताया जा रहा है कि बच्चे को एक-एक गहने के बदले मात्र 50-60 ग्राम चरस ही मिलती थी। नशे का कारोबारी बच्चे को डराता-धमकाता भी रहता था। लोगों को उसके बारे में सारी सच्चाई बताने की धमकी भी देता था। डर के चलते बच्चा भी उसे कुछ नहीं बोल पाता था। ऐसे में बच्चे ने धीरे-धीरे करके सारे ही गहने उसे दे दिए।

मात्र एक महीने में बेचे सारे

गहने सूत्रों के मुताबिक बच्चे ने एक माह के अंदर बारी-बारी से ये गहने बेचे हैं। हद तो यह है कि अभिभावक को भी इसकी भनक तक नहीं लगने दी। इसका खुलासा एक माह के बाद तब हो पाया जब बच्चे के पिता ने घर की अलमारी को खोलकर देखा।

20 साल की कमाई के बाद बनवाए थे गहने

नाबालिग के पिता इंश्योरैंस कंपनी में कार्यरत हैं। पूरे 20 साल की कमाई के बाद ये गहने बनवाए थे। बताया जा रहा है कि हर महीने 2,000 रुपए की बचत के बाद यह कमाई की थी, जिस पर नशे का काला साया पड़ा और सब खाक हो गया। इतना ही नहीं, नशे के कारण इस बच्चे का भविष्य भी दांव पर है। बच्चे ने 9वीं क्लास में ही स्कूल छोड़ दिया है और अब आगे पढऩे का कोई इरादा नहीं है।

Ekta