अबकी बार यादगार रहेगा चम्बा का यह ऐतिहासिक मेला, प्रशासन ने की तैयारी

Thursday, Jul 13, 2017 - 01:12 AM (IST)

चम्बा: ऐतिहासिक मिंजर मेला अबकी बार न सिर्फ अपनी प्राचीन लोक संस्कृति के दम पर बल्कि खेलों के माध्यम से भी नई पहचान बनाएगा। बुधवार को डी.सी. चम्बा सुदेश मोख्टा की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि यह मेला सिर्फ मनोरंजन तक ही सीमित नहीं रहेगा बल्कि युवाओं को खेलों के प्रति आकर्षित करने के साथ-साथ नई प्रतिभाओं को आगे आने का मौका भी देगा। पहली बार मिंजर मेले में आयोजित होने वाली खेलों में खेल संघों का सीधे तौर पर कोई दखल नहीं होगा।



विजेता व उपविजेता खिलाड़ी होंगे सम्मानित
मिंजर मेला आयोजन समिति ही अबकी बार विजेता व उपविजेता खिलाडिय़ों व टीमों को सम्मानित करेगी तो साथ ही उन्हें नकद राशि के साथ भी सम्मानित किया जाएगा। इस बार मिंजर मेले में 11 विभिन्न खेलों का आयोजन किया जाएगा। बैठक में ए.डी.एम. चम्बा बलवीर ठाकुर, ए.सी. टू डी.सी. रम्या चौहान, एस.डी.एम. चम्बा राहुल चौहान, डी.पी.आर.ओ. रवि वर्मा, डी.एस.पी. चम्बा जितेंद्र चौधरी व अधिशासी अभियंता बिजली बोर्ड चम्बा योगेश शर्मा सहित अन्य विभागों के अधिकारी शामिल रहे। 

पहली बार मिलेगी मिंजर ट्रॉफी
डी.सी. चम्बा ने कहा कि विजेता टीम अथवा खिलाड़ी को स्मृतिचिन्ह के तौर पर ट्रॉफी दी जाएगी, जिसमें मिंजर का निशान बना होगा। यही नहीं, खिलाडिय़ों को प्रमाण पत्र देकर भी सम्मानित किया जाएगा, उस पर भी मिंजर का लोगो छपा रहेगा। उन्होंने कहा कि खेल संघों की जिला में खेलों को बढ़ावा देने में भूमिका संतोषजनक नहीं रही है, ऐसे में मेला समिति ने यह निर्णय लिया है कि इस बार खेलों के आयोजन पर आने वाले खर्च की व्यवस्था को वह स्वयं अपने हाथ में रखेगी।

लोगों की आशाओं के अनुरूप होंगी सांस्कृतिक संध्याएं
मिंजर मेला आयोजन समिति अध्यक्ष एवं डी.सी. चम्बा ने कहा कि लोगों की उम्मीदों के अनुसार सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन किया जाएगा। बेहतर कलाकारों को बुलाया जाएगा ताकि वे लोगों का भरपूर मनोरंजन कर सकें। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक संध्याओं के रहस्य से 17 जुलाई को पर्दा हट जाएगा। फिलहाल अभी तक तो कलाकारों के नामों पर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया लेकिन इतना जरूर है कि अबकी बार लोगों को कोई भी सांस्कृतिक संध्या निराश नहीं करेगी। सभी उम्र के लोगों को ध्यान में रखते हुए ही कलाकारों के नामों पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।

मेले में दिया जाएगा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं का संदेश
डी.सी. चम्बा ने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ संदेश को प्रभावी ढंग से लोगों तक पहुंचाने के लिए मिंजर मेले के दौरान 8 किलोमीटर लंबी हाफ मैराथन आयोजित होगी। इस दौड़ में पहले, दूसरे व तीसरे स्थान पर रहने वाले धावक अथवा धाविका को सम्मानित किया जाएगा। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जिला चम्बा का नाम रोशन करने वाली धाविका सीमा को भी मिंजर मेले में बुलाया जाएगा और सम्मानित किया जाएगा ताकि उससे जिला चम्बा के बच्चे खेल क्षेत्र में आगे बढऩे के लिए प्रेरित हो सकें तो साथ ही बेटियों के प्रति लोगों की सोच में भी बदलाव आए।