हिमाचल की संस्कृति से रुबरु होने भारतीय मूल के 40 छात्र पहुंचे शिमला (Video)

Thursday, Nov 14, 2019 - 12:49 PM (IST)

शिमला (तिलक) : भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित 57वें ‘भारत को जानो कार्यक्रम’ के तहत 9 देशों के 40 भारतीय मूल के विद्यार्थियों का प्रतिनिधि मंडल शिमला पहुंचा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारतीय मूल के विद्यार्थियों को प्रदेश व देश की सांस्कृतिक परम्पराओं से अवगत करवाना है। कार्यक्रम के पहले चरण में विद्यार्थियों को ऐतिहासिक स्मारकों, धार्मिक स्थलों, विश्वविद्यालयों और पर्यटन स्थलों का भ्रमण कराया गया। कार्यक्रम के दूसरे चरण में विद्यार्थियों ने हिमाचल प्रदेश तथा जाखू मंदिर, हाटू मंदिर, नालदेहरा, कूफरी और तारादेवी मंदिर का भ्रमण करेगा। ये प्रतिनिधि 9 दिनों तक हिमाचल की संस्कृति और यहां के धरोहर के बारे में जानेंगे।

इन देशों के इस प्रतिनिधि मंडल में में म्यांमार, गयाना, माॅरिशस, म्यांमार, त्रिनीदाद और टोबैगा, फिजी, सूरीनाम, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका और ईजरायल के 40 विद्यार्थियों शामिल है। ज्यादातर ऐसे सदस्य है जिनके पूर्वज भारत से सम्बंध रखते है। बुधवार को प्रतिनिधि मंडल को शिमला के नाल देरा ,नारकंडा, एडवांस स्टडी सहित शिमला की ऐतिहासिक भवनों के बारे में जानकारी दी गई। इसके अलावा हिमाचली धाम का स्वाद भी ये प्रतिनिधिमंडल चखेगा ओर हिमाचल की संस्कृति से भी रुबरु करवाया जाएगा। वीरवार को सभी सदस्य जाखू मंदिर सहित चायल प्लेन्स का भ्रमण करेंगे और चायल में उन्हें हिमाचली धाम भी परोसी जाएगी। प्रतिनिधि मंडल में शामिल म्यांमार से संजना का कहना है कि हमारे पूर्वज यहां से तो थे और काफी समय से वहां रह रहे है हम यहां अपने देश को जानने यहां पहुचे है।

यहां का रहन सहन बहुत अलग है। यहां बिलकुल अलग परिस्थितियों है।यहां की औरतें अभी साड़ी पहनती है जबकि हमारे देश में बहुत कम औरतें साड़ी पहनती है हिमाचल में लोग टोपी और शॉल ओढ़ते है जो हमारे देश में नहीं है। और पहाड़ों ी सुदरता देखने को मिली है। यहां का मौसम भी काफी ठंडा है जबकि वहां इतनी ठंड नही होती है। इस दौरान साउथ अफ्रीका से आए अक्षय राम प्रसाद का कहना है कि केंद्र सरकार के कार्यक्रम के तहत भारत को जानने यहां पहुचे है और एक सप्ताह से यहां अलग-अलग जगहों पर घूम रहे है और यहां के संस्कृति से रुबरु हो रहे है और यहां आकर काफी अच्छा लग रहा है। वहीं मोरियशयस के कृष्णनन का कहना है कि यहां की संस्कृति से रुबरु होने का मौका है और उनके देश के अपेक्षा यहां का रहन सहन अलग है। यहां शिमला में काफी सफाई है जिसे देख कर उन्हें अच्छा है। यहां का मौसम भी काफी सुहावना है। उन्होंने कहा कि सरकार का ये प्रोग्राम काफी अच्छा है भारत की संस्कृति और यहां के लोगो के रहन सहन से अवगत हो रहे है।

 

kirti