हिमाचल सरकार ने नशाखोरी रोकने के लिए बदली रणनीति : सुरेश भारद्वाज

punjabkesari.in Thursday, Mar 18, 2021 - 08:12 PM (IST)

शिमला (कुलदीप): शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि राज्य सरकार ने नशाखोरी को रोकने के लिए रणनीति में बदलाव किया है। इसके तहत अब बड़े तस्करों को फंसाने के लिए जाल बिछाया जा रहा है। इसी कड़ी के तहत सरकार 6.352 किलोग्राम हैरोइन पकडऩे में सफल रही है, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 40 करोड़ की कीमत आंकी गई है। इसी तरह कुल्लू जिला में 110 किलोग्राम चरस भी पकड़ी गई है। सरकार ने तस्करों को पकडऩे के लिए पड़ोसी राज्यों के साथ मिलकर संयुक्त ऑप्रेशन भी चलाया है और इस विषय में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उत्तरी जोन के मुख्यमंत्रियों के साथ 2 बैठकें भी की हंै। उन्होंने यह जानकारी विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायक राजेश ठाकुर की तरफ से पूछे प्रश्न के उत्तर में दी। शहरी विकास मंत्री ने कहा कि प्रदेश पुलिस की तरफ से ईडी व नारकोटिक्स ब्यूरो के साथ समन्यवय स्थापित किया जा रहा है ताकि तस्करों की संपत्ति को जब्त किया जा सके।

पूरे प्रदेश में दुर्गम क्षेत्र तक फैल चुका है चिट्टे का कारोबार : मुकेश अग्निहोत्री

नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने अनुपूरक प्रश्न पूछते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में दुर्गम क्षेत्र तक चिट्टे का कारोबार फैल चुका है। उन्होंने कहा कि इस तरह का कारोबार करने वालों की संपत्तियां जब्त होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गत 3 साल में 31 जनवरी, 2021 तक जिला ऊना में सिंथैटिक ड्रग्स के 146, चरस के 82, अफीम के 10 और अवैध शराब की बिक्री के कुल 516 मामले पंजीकृत हुए हैं। उन्होंने बताया कि सिंथैटिक ड्रग्स, चरस व अफीम के कुल 238 पंजीकृत अभियोगों में 330 अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं। कुल 238 पंजीकृत अभियोगों में 222 मामले कोर्ट में भेजे गए हैं और 15 मामले अन्वेषणाधीन हैं। न्यायालय में भेजे गए 22 मामलों में से 3 मामलों में आरोपी बरी और एक मामले में सजा हुई है, जबकि 218 मामले न्यायालय में विचाराधीन हैं।

डमटाल के एक गांव में सरेआम बेचा जा रहा चिट्टा

विधायक राजेश ठाकुर का कहना था कि डमटाल के शनिवली गांव में सरेआम चिट्टा बेचा जाता है। उन्होंने ऐसे लोगों की धरपकड़ करके उनकी संपत्ति को जब्त करने की मांग की। इसी तरह विधायक अरुण कुमार ने भी इससे संबंधित सवाल पूछा।

मिडल बाजार के मामले से मंत्री भी हैरान

शहरी विकास मंत्री ने शिमला के मिडल बाजार में सामने आए एक मामले पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा कि इस मामले में 21 वर्षीय बेटी के अभिभावक उनके पास आए और रिहैब्लिटेशन सैंटर की जानकारी मांगी।


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Vijay

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