सीमांत क्षेत्र की पहाड़ियों से हो रहा खनन, मशीनों से निकाला जा रहा खनिज
punjabkesari.in Tuesday, Aug 24, 2021 - 10:57 AM (IST)
नूरपुर (राकेश): सीमांत क्षेत्र भदरोआ गगवाल, लोधवां की लघु पहाड़ियों का वजूद खतरे में है। इनमें समायी भारी मात्रा में मिट्टी व खनिज की खातिर इन्हें भारी भरकम मशीनों के साथ खोदे जाने की कवायद काफी समय से जारी है। प्रतिदिन असंख्य टिप्परों, ट्रॉलियों में यहां से मिट्टी इत्यादि साथ सटे पंजाब के निजी बिल्डर्ज ले जा रहे हैं। इन पहाड़ियों की वनस्पति ही नष्ट नहीं हो रही बल्कि गांवों का पशुधन यहां पर चारा यानी घास आदि चरते थे अब नहीं चर पाएंगे। सिर्फ निजी भूमि ही नहीं बल्कि वन विभाग की जमीन पर भी यह मशीनें बेखौफ कार्य कर रही हैं तथा संबंधित विभाग की अर्कमणयता पर लोग सवाल उठा रहे हैं। उधर क्षेत्र के पर्यावरण प्रेमियों तथा प्रबुद्ध लोगों को इस बात के लिए भी हैरानी है कि इस गोरखधंधे कारण काफी पेड़ों व वनस्पति को क्षति हुई है तथा वन विभाग ने इसक समय पर संज्ञान नहीं लिया।
पहाड़ियों को खोदने पर विरोध पर मिली धमकियां
इस बेल्ट के लोगों के अनुसार इस अंधाधुंध व अवैज्ञानिक खनन के कारण यहां का प्राकृतिक पर्यावरण ही प्रभावित नहीं हो रहा है बल्कि भूमि कटाव व भूस्खलन जैसी समस्याएं भी पैदा हो रही हैं। गगवाल पंचायत के उपप्रधान अशोक कपूर द्वारा जब इस कथित खनन बारे पंचायत में आवाज उठाई गई तो उन्हें खनन माफिया की तरफ से दुष्परिणामों का सामना करने जैसी धमकियां मिलना शुरू हो गईं। अशोक कपूर के अनुसार प्रति ट्रॉली 3000 तक की कीमत में इन पहाड़ियों की मिट्टी को सीमांत पंजाब के निजी बिल्डर्ज खरीद रहे हैं।
फील्ड स्टाफ को कार्रवाई के दिए निर्देश: खनन अधिकारी
इस संबंध में जिला खनन अधिकारी राजीव कालिया का कहना है कि मामले की जानकारी विभाग को मिलने के बाद फील्ड स्टाफ को इसकी जानकारी जुटाने तथा आवश्यक कार्रवाई करने हेतु निर्देश जारी कर दिए हैं। वन विभाग को भी इस बारे सूचित किया गया है।