हिमाचल बना ई-विधान प्रणाली का गुरु, मेघालय राज्य के प्रतिनिधि गुर सीखने पहुंचे शिमला

Monday, Jul 22, 2019 - 01:45 PM (IST)

शिमला (योगराज): हिमाचल विधानसभा ई-विधान प्रणाली को शुरू करने वाला देश का पहला राज्य है जो कि देश भर के सभी राज्यों के लिए एक मिसाल बन गया है। यही वजह है कि बाहरी राज्यों के प्रतिनिधि हिमाचल से ई विधान के गुर सीखने आ रहे हैं। विधानसभा में स्थापित देश की सर्वप्रथम ई-विधान प्रणाली को जानने के लिए मेघालय विधानसभा उपाध्यक्ष टिमोठी डी शेरा की अध्यक्षता में एक प्रतिनिधि मंडल प्रदेश विधान सभा सचिवालय पहुंचा और ई-विधान प्रणाली की बारीकियों को समझा। 

अधिकारियों सहित पहुंचे मेघालय के दल ने विधानसभा सचिवालय में स्थापित ई-विधान प्रशिक्षण केन्द्र में हिमाचल प्रदेश विधान सभा में कार्यरत ई-विधान विंग के अधिकारियों/ कर्मचारियों से ई-विधान प्रणाली की विस्तृत जानकारी हासिल की। इसके बाद सभी अधिकारियों ने सदन का भी अवलोकन किया और ई-विधान प्रणाली के सम्वन्ध में विस्तृत चर्चा की। हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने हिमाचल में शुरु की गई ई-विधान प्रणाली से होने वाले फायदों के बारे मेघालय से आए उपाध्यक्ष व तकनीकी अधिकारियों को विस्तार में जानकारी दी।

बिंदल ने कहा कि यह एक पर्यावरण मित्र प्रणाली है जिसके उपयोग से कागज के बोझ से निजात मिलेगी और हजारों वृक्ष कटने से बचेंगें। कार्य में भी दक्षता व कुशलता आएगी। मेघालय विधानसभा उपाध्यक्ष टिमोठी डी शेरा ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा के रख-रखाव व ई-विधान प्रणाली की जमकर सराहना की और बताया कि मेघालय विधानसभा में 60 सदस्य है व 30 बैठकें सालाना आयोजित की जाती है। मेघालय विधानसभा भी ई विधान प्रणाली को सीखकर इसे शुरू करने का प्रयास करेंगे।

Ekta