खनेरी चिकित्सा सेवा परिसर बना लावारिस मरीजों का अड्डा

Saturday, Aug 17, 2019 - 12:25 PM (IST)

 

रामपुर(विशेषर नेगी): आधुनिकता के दौर में देव भूमि के नाम से विख्यात हिमाचल का ऊपरी क्षेत्र मानवीयता को शर्मसार करने लगा है। लोगों ने इंसनियत की हदें इस कदर पार कर दी हैं कि अपने बजुर्गो को बीमार होने पर चिकित्सा परिसर में लावारिस छोड़ने लगे है। ऐसे में शिमला जिला के रामपुर स्थित चार ज़िलों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करने वाला महात्मा गाँधी चिकित्सा सेवा परिसर खनेरी लावारिस मरीजों का अड्डा बनता जा रहा है।

एक वर्ष के भीतर इस चिकित्सा सेवा परिसर में दस से अधिक मरीज ऐसे दाखिल हुए है जिनका कोई तीमरदार नहीं। लोग मरीजों को या तो परिसर में छोड़ जाते है या फिर 108 सेवा के माध्यम से चिकित्सालय भेजा जा रहा है। इस तरह के अधिकतर मरीज चिकित्सालय में ही दम तोड़ जाते है। अब भी खनेरी स्थित चिकित्सालय में दो मरीज ऐसे है जिन का कोई सहारा नहीं। एक मरीज करीब आठ माह से खनेरी चिकित्सा सेवा परिसर में है। दो सौ बिस्तर वाले खनेरी चिकित्सा सेवा परिसर को भी ऐसे मरीजों के कारण सेवाओं में बाधाएं आ रही है। चिकित्सा सेवा परिसर के प्रबंधको का कहना है की वे दवायें और उपचार कर सकते है लेकिन बिना तीमारदार के रेफर करना हो या मरीज की अन्य सेवा संभव नहीं हो पाता। हालांकि कुछ जन सेवी ऐसे मरीजों की रात दिन सेवा में लगे है। लेकिन सीमित संसाधनों के वे भी आगे कुछ कर नहीं पाते।

क्या कहना है मेडिकल सुपरिटेंडेंट का

चिकित्सा सेवा परिसर के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. एनके मेहता का कहना है कि उन्हें यहां का प्रभार संभाले छह माह हुए है। इस दौरान सात आठ मरीज ऐसे आये है जिन के साथ तीमारदार नहीं होता है। हम उन मरीजों को दाखिल कर देते है।

मरीज को दवाये ,उपचार और भोजन का तो वे बंदोबस्त करते है। लेकिन मरीज को अन्य सेवाएं या फिर रेफर की सूरत में दिक्क्त आ रही है। उन्होंने लोगो से अपील की है की मरीजों को ऐसे न छोड़े। आखिर वे परिवार का हिस्सा है।

 

 

 

Edited By

Simpy Khanna