MC शिमला ने निजी हाथों में सौंपी बुक कैफे की कमान, नवनियुक्त महापौर ने किया उदघाटन

Friday, Dec 20, 2019 - 04:43 PM (IST)

शिमला (तिलक) : राजधानी शिमला के टक्काबेंच बुक केफे में अब न तो कैदी खाद्य वस्तुएं परोसते नजर आएंगे ओर न ही जेलों में बनाए जा रहे सामान मिल पाएगा। नगर निगम जेल विभाग से बुक कैफे छीन कर नगर निगम ने निजी हाथों में सौंप दिया है। शुक्रवार को नगर निगम के महापौर ओर उप महापौर सत्या कौंडल ने इस बुक कैफे का दोबारा उदघाटन किया और आज से यहां निजी हाथों में सौंप दिया गया है। हालांकि यहां बैठने की व्यवस्था उसी तरीके से रहेगी और लोग यहां बैठ कर किताबे पढ़ने का आनंद उठा सकते है। लेकिन लोगों के आकर्षण का केंद्र बने इस बुक कैफे में कैदी नजर नहीं आएंगे। 

उन्होंने कहा कि नगर निगम ने यहां पर बुक कैफे खोला था और इस कैफे को कैदी चला रहे थे और अब इसे निजी हाथों में दिया है और यहां लोग आराम से बैठ कर किताबे पढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि शहर में निगम जल्द और भी बुक कैफे खोले जाएंगे। और कैदियों को भी उनका संचालन दिया जा सकता है। बता दें शिमला के टक्का बैंच में नगर निगम द्वारा 2017 में बुक कैफे खोला गया था जिसे चलाने के लिए जेल विभाग को दिया गया था।

यहां कैदी ही कैफे को चलाते थे और यहां शिफ्ट में कैदी कडा जेल से आते थे। इस कैफे को देखने पर्यटक भी पहुंचते थे और कैदियों से बातचीत करते थे कि वे जेल में किस तरह जीवन व्यतीत करते है और यहां आकर काम कैसे करते है इसके बारे में जानकारी लेते थे । लेकिन अब ये आकर्षण खत्म हो जाएगा । निगम ने सितंबर में इस कैफे को लेकर टेडर निकाला था जिसे फूड चैन चलाने वाले कारोबारी को इसे दिया गया जोकि निगम को हर साल 14 लाख देगा।

Edited By

Simpy Khanna