दिल्ली दरबार में सक्रिय हुए हिमाचल कांग्रेस के कई नेता, पार्टी अध्यक्ष को बदलने की उठाई मांग

Saturday, Feb 20, 2021 - 11:39 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): एक तरफ हिमाचल कांग्रेस ने जहां शनिवार को किसान आंदोलन के समर्थन और महंगाई के विरोध में प्रदर्शन कर अपनी जोरदार उपस्थिति राज्य में दर्ज करवाई है, वहीं पार्टी के एक धड़े ने दिल्ली में डेरा डाल आने वाले नगर निगम और फतेहपुर उपचुनाव के मद्देनजर अभी से पार्टी अध्यक्ष को बदलने की मांग उठा दी है। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पद बैठने के लिए राज्य के कुछ बड़े नेता लाॅबिंग करते आ रहे हैं लेकिन सूत्रों की मानें तो अब प्रदेश की राजनीति में बड़ा रुतबा रखने वाले कांगड़ा जिला से इस पद के लिए पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने हुंकार भर दी है। हालांकि सुधीर शर्मा पार्टी के राष्ट्रीय सचिव के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर के सह-प्रभारी का दायित्व देख रहे हैं, लेकिन पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सुधीर शर्मा ने दिल्ली दरबार में कांगड़ा जिला के कुछ पूर्व विधायकों और एक मौजूदा विधायक के साथ दिल्ली दरबार में अध्यक्ष पद को लेकर अपनी जोरदार पैरवी की शुरूआत कर दी है। 

कुलदीप राठौर के कुछ समर्थकों ने भी किया दिल्ली का रुख

पिछले कुछ समय से दिल्ली दरबार में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद और कांग्रेस विधायक दल के नेता के पद के लिए हाईकमान के समक्ष कई बड़े नेताओं के दावे सामने आए हैं, जिनमें पूर्व मंत्री और विधायक रामलाल ठाकुर व आशा कुमारी के नाम प्रमुख रहे हैं, लेकिन पिछले दिनों पंचायतीराज संस्थाओं और शहरी निकायों में कांग्रेस पार्टी के खराब प्रदर्शन के चलते कांग्रेस के कुछ बड़े नेताओं ने दिल्ली में अब इस मुहिम को तेज कर दिया है जबकि कुलदीप राठौर के कुछ समर्थक भी इस मुहिम को भांपते हुए दिल्ली का रुख कर उनके बचाव में उतरे हुए हैं। माना जा रहा है कि चार नगर निगमों और फतेहपुर विधानसभा में होने वाले उपचुनाव को लेकर हाईकमान भी गंभीर हो गया है। वह भी अगले वर्ष आम चुनावों को देखते हुए अभी से संगठन का दायित्व किसी तेजतर्रार नेता को सौंपना चाहता है, जिसके लिए दिल्ली में पिछले दिनों हिमाचल कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से चर्चा भी की है। राजीव शुक्ला भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के गृह राज्य में कमजोर संगठन के साथ विधानसभा चुनावों में नहीं उतरना चाहते हैं। राज्य में भाजपा के सत्तारूढ़ होने के कारण कांग्रेस की विपक्ष की भूमिका को भी वह तेज धार देना चाहते हैं। इन सबके लिए मजबूत संगठन की जरूरत है, जबकि पिछले लंबे समय से हिमाचल में कांग्रेस बिना बूथ कमेटियों के ही चलती आ रही है जबकि भाजपा ने पन्ना प्रमुख अभियान के तहत बूथों पर अपनी जोरदार पकड़ बना ली है।

हाईकमान को दिए जा रहे नित नए फॉर्मूले

कांग्रेस के सियासी गलियारों से आई सूचनाओं के आधार पर पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू और उनके समर्थकों की ओर से हाईकमान को एक फॉर्मूला सुझाया गया है, जिसमें वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाने और उनके स्थान पर सुक्खू को एडजस्ट करने की बात कही गई है। कुछ कांग्रेसियों ने हाईकमान के पास मुकेश अग्रिहोत्री को अध्यक्ष बनाए जाने की स्थिति में धनीराम शांडिल को कांग्रेस विधायक दल का नेता और विक्रमादित्य सिंह को उप नेता बनाए जाने की चर्चा भी की है। सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने हाईकमान के पास मुकेश अग्रिहोत्री को अध्यक्ष बनाने और शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान को कांग्रेस विधायक दल का नेता बनाकर क्षेत्रीय और जातीय समीकरणों के साथ-साथ दोनों नेताओं की तेजतर्रारी और वरिष्ठता का लाभ लेने का जिक्र भी किया है।

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Vijay