सीमा सुरक्षा बल की पहली महिला स्नाइपर मंडी की सुमन

punjabkesari.in Monday, Mar 04, 2024 - 10:38 PM (IST)

मंडी/इंदौर: प्रशिक्षण के कड़े मानसिक और शारीरिक पैमानों पर खरा उतरते हुए मंडी जिले की उपनिरीक्षक सुमन कुमारी ‘भारत की प्रथम रक्षा पंक्ति' कहे जाने वाले सीमा सुरक्षा बल (बी.एस.एफ.) की पहली महिला स्नाइपर (दुश्मन पर छिपकर निशाना लगाने वाला सैनिक) बन गई हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। यह संयोग ही है कि सुमन ने 8 मार्च को मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से चंद रोज पहले बी.एस.एफ. की पहली महिला स्नाइपर बनने का गौरव हासिल किया है। बी.एस.एफ. के इंदौर स्थित केंद्रीय आयुध और युद्ध कौशल विद्यालय (सी.एस.डब्ल्यू.टी.) ने सोशल मीडिया मंच "एक्स" पर लिखा, "बी.एस.एफ. वास्तव में एक समावेशी बल बन रहा है, जहां महिलाएं हर जगह लंबे डग भर रही हैं। इस दिशा में एक कदम के तौर पर कड़े प्रशिक्षण के बाद बी.एस.एफ. को पहली महिला स्नाइपर मिल गई है।

57 कर्मियों में प्रशिक्षण हासिल करने वाली थी एकमात्र महिला
मूलत: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले से ताल्लुक रखने वाली सुमन (28) बी.एस.एफ. में 3 साल पहले भर्ती हुई थीं और उन्होंने खुद आगे बढ़कर स्नाइपर प्रशिक्षण लेने की इच्छा जताई थी। अधिकारियों ने बताया कि सुमन बी.एस.एफ. के सी.एस.डब्ल्यू.टी. में 8 हफ्ते का प्रशिक्षण हासिल करने वाले 57 कर्मियों में शामिल थीं। सुमन हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के कोटली उपमंडल के कुटल गांव की रहने वाली हैं और इनके पिता इलैक्ट्रीशियन और माता गृहिणी हैं।

क्या होता है स्नाइपर
अधिकारियों के मुताबिक कोई प्रशिक्षित स्नाइपर स्थानीय वातावरण के मुताबिक खुद को ढालने और दुश्मन से छिपकर निशाना लगाने में दक्ष में होता है। अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में खत्म हुए इस कड़े प्रशिक्षण को सुमन ने ‘इंस्ट्रक्टर' ग्रेड के साथ सफलतापूर्वक पूरा किया है। यानी आवश्यकता पड़ने पर वह बी.एस.एफ. के अन्य कर्मियों को स्नाइपर प्रशिक्षण देने वाले इंस्ट्रक्टर के तौर पर भी काम कर सकती हैं। उन्होंने बताया कि सुमन शारीरिक प्रशिक्षण और बिना हथियारों से लड़ने का प्रशिक्षण पहले ही ले चुकी हैं।

3 किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी से निशाना लगाने में होते हैं दक्ष
प्रशिक्षित स्नाइपर बेहद कठिन प्रशिक्षण के बाद निर्धारित दूरी से एस.एस.जी. समेत अन्य बंदूकों से सटीक निशाना लगाने में दक्ष होते हैं। इन्हें दुर्गम परिस्थितियों में अपनी पहचान छुपाकर कार्रवाई करने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाता है तथा 3 किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी से दुश्मन पर अचूक निशाना लगाने में ये दक्ष होते हैं।


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Kuldeep

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