फोरलेन निर्माण कार्य में विस्फोटों से घरों में आईं दरारें

Thursday, Feb 07, 2019 - 06:10 PM (IST)

मंडी: नागचला से मनाली फोरलेन में सुरंग निर्माण के लिए हो रहे विस्फोटों से रुहडू व खमराधा गांव में आई दरारों तथा सूखे जल स्रोतों की जांच के लिए जिला प्रशासन अब हरकत में आ गया है। जिला प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी। गौरतलब है कि फोरलेन की टनल निर्माण में हो रही भारी ब्लास्टिंग के चलते रुहडू, खमराधा, बजाए, नुहाया, कड़ीधार, शहणीधार व दोघरा आदि आधा दर्जन ग्रामीणों के घरों में दरारें आई हंै जिसके चलते ग्रामीण सहमे हुए हैं। हालांकि उक्त गांवों के ग्रामीण प्रशासन के पास कई बार अपनी शिकायत लेकर गए लेकिन कोई तत्काल कार्रवाई नहीं हुई। बुधवार को औट के नायब तहसीलदार बेली राम ठाकुर ने प्रभावित गांव का दौरा किया तथा ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि सरकार व प्रशासन की ओर से उनकी हरसंभव सहायता की जाएगी।

ग्रामीणों की रात की नींद व दिन का चैन गायब

खमराधा व रुहडू के ग्रामीणों हरीश, रमेश, दीनानाथ, लालमणी, डोलमा देवी, देवी राम, हंसराज, चंद्र कुमार, पवन कुमार, गुलाब सिंह, इंद्र सेन तथा पंचायत औट के पूर्व प्रधान फते राम ने बताया कि उन्हें अभी भी खतरा मंडरा रहा है तथा रात की नींद व दिन का चैन गायब है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव की सदियों पुरानी बावड़ी व पानी के चश्मे पूर्ण रूप से सूख चुके हैं जिसके चलते ग्रामीणों को 2 किलोमीटर दूर से पानी ढोना पड़ रहा है, वहीं उक्त गांवों के प्रभावित परिवारों के पक्ष में हिमाचल किसान सभा भी उतर चुकी है।

समस्याओं को नहीं किया हल तो करेंगे आंदोलन

किसान सभा के अध्यक्ष हरीश वर्मा ने बताया कि वे पिछले कई महीनों से ग्रामीणों के पक्ष में आवाज उठा रहे हैं किंतु एन.एच.ए.आई., सरकार व प्रशाशन इसे अनसुना कर रहा है। उन्होंने बताया कि वे ग्रामीणों की हर समस्याओं को सरकार के द्वार तक पहुंचाएंगे तथा उनकी समस्याओं के समाधान करने का प्रयास करेंगे। हिमाचल किसान सभा ने चेतावनी दी है कि अगर उक्त गांवों के ग्रामीणों की समस्या का समाधान नहीं होता है तो वे मजबूरन आंदोलन की राह पर जा सकते हैं। औट के नायब तहसीलदार रमेश राणा ने प्रभावित गांव का दौरा किया है और शीघ्र ही इस मामले की मौका रिपोर्ट उच्चाधिकारी को सौंपी जाएगी।

Kuldeep