देश में विलंब और विकास की 2 विचारधाराएं : मोदी

Monday, Dec 27, 2021 - 09:28 PM (IST)

मंडी (रजनीश): हिमाचल प्रदेश सरकार के 4 साल पूरे होने और दूसरी ग्राऊंड बे्रकिंग सैरेमनी के अवसर पर मंडी के पड्डल मैदान में सोमवार को पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के लोग 2 विचारधाराओं को देख रहे हैं। एक विचारधारा विलंब और दूसरी विकास की विचारधारा है। विलंब की विचारधारा के लोगों ने पहाड़ के लोगों की कभी परवाह नहीं की। कांग्रेस पर तंज कसते हुए मोदी ने कहा कि विलंब की विचारधारा के लोगों ने हिमाचल को दशकों तक इंतजार करवाया और अटल टनल बनाने के लिए दशकों का विलंब हुआ। रेणुका जी परियोजना में भी 3 दशकों का विलंब हुआ लेकिन हमने केवल विकास को प्राथमिकता दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में सरकार को चलाने के 2 अलग-अलग मॉडल काम कर रहे हैं।

एक मॉडल है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास। दूसरा मॉडल है खुद का स्वार्थ, परिवार का स्वार्थ और विकास भी खुद के परिवार का। अगर हिमाचल में ही देखें तो पहला मॉडल पूरी शक्ति से राज्य के विकास में जुटा है। प्रदेश सरकार में जो हैं वे राजनीतिक स्वार्थ में नहीं डूबे हैं। उन्होंने पूरा ध्यान लोगों को वैक्सीन लगाने में लगाया है। हमारे इन सारे प्रयासों के बीच आप दूसरा मॉडल भी देख रहे हैं जो केवल अपना स्वार्थ और अपना वोट बैंक देखता है। उनका वैक्सीनेशन रिकार्ड भी यह कहता है कि उन्हें अपने राज्यों की जनता की भी चिंता नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार का एक इंजन एक योजना को शुरू करता है तो डबल इंजन सरकार का दूसरा इंजन उसे और आगे लेकर जाता है।

पी.एम. ने मंडयाली बोली से शुरू किया संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंडयाली बोली में अपने संबोधन की शुरूआत करते हुए कहा कि ईसी महीने काशी विश्वनाथा रे दर्शन करने बाद छोटी काशी मंझ बाबा भूतनाथ, पंचवक्त्र कने महामृत्युंजय रा आशीर्वाद लैणे रा मौका मिल्या। देवभूमि रे सभी देवी-देवतेयां जो मेरा नमन। मोदी ने कहा कि हिमाचल के साथ मेरा हमेशा से एक भावनात्मक रिश्ता रहा है। हिमाचल की धरती और हिमालय के शिखरों ने मेरे जीवन को दिशा देने में अहम भूमिका निभाई है।

हिमाचल को स्वच्छ रखने में पर्यटक अपना दायित्व निभाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हिमाचल आने वाले सभी पर्यटक हिमाचल को स्वच्छ रखने में अपना दायित्व निभाएं। नदियों या इधर-उधर फैंका जा रहा प्लास्टिक हिमाचल को नुक्सान पहुंचा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने 2016 में यह लक्ष्य रखा था कि वह साल 2030 तक अपनी इंस्टाल इलैक्ट्रीसिटी कैपेसिटी का 40 प्रतिशत नॉन फासिल एनर्जी सोर्स से पूरा करेगा। आज हर भारतीय को इसका गर्व होगा कि भारत ने यह लक्ष्य नवम्बर, 2021 में हासिल कर लिया है। उन्होंने कहा कि पहाड़ों को प्लास्टिक की वजह से नुक्सान हो रहा है। हमारी सरकार प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमैंट पर भी कार्य कर रही है और प्लास्टिक के कचरे को रिसाइकल कर सड़कें बनाने में इसका इस्तेमाल हो रहा है।

पर्यटन और तीर्थाटन में हिमाचल का मुकाबला नहीं
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पर्यटन और तीर्थाटन आपस में जुड़ते चले जा रहे हैं। पर्यटन और तीर्थाटन में हिमाचल का जो सामथ्र्य है उसका कोई मुकाबला नहीं है। हिमाचल शिव और शक्ति का स्थान है। पंच कैलाश में से 3 कैलाश हिमाचल में हैं और कई शक्तिपीठ भी हिमाचल में हैं। बौद्ध आस्था और संस्कृति का भी अहम स्थान यहां मौजूद है। मंडी में शिव धाम का निर्माण इसी प्रतिबद्धता का परिणाम है।

जयराम सरकार को शाबाशी दे गए मोदी
प्रधानमंत्री प्रदेश सरकार के 4 साल बेहतरी से पूर्ण करने पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम की पीठ थपथपा गए। प्रधानमंत्री ने हिमाचल में सफल कोविड वैक्सीनेशन अभियान की तारीफ की और कहा कि 3 जनवरी से शुरू होने वाले किशोरों के टीकाकरण अभियान में भी हिमाचल देश को दिशा दिखाएगा। पी.एम. ने कहा कि यहां जुटी भीड़ इस बात का संकेत है कि 4 वर्षों में हिमाचल ने विकास देखा है। इन 4 वर्षों में से 2 साल कोरोना से भी लड़ाई लड़ी गई और विकास कार्यों को भी रुकने नहीं दिया गया। यह दर्शाता है कि हिमाचल सरकार को लोगों की कितनी चिंता है।

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Kuldeep