सी.एम. की कुर्सी का जो विरोध करेगा वह राजनीति से बाहर हो जाएगा : महेंद्र ठाकुर

Monday, Jun 08, 2020 - 07:39 PM (IST)

मंडी (रजनीश): हिमाचल प्रदेश के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि जो मंडी को मिली मुख्यमंत्री की कुर्सी का विरोध करेगा, वह भविष्य में राजनीति से बाहर हो जाएगा। सोमवार को मंडी में आयोजित पै्रस वार्ता को संबोधित करते हुए जल शक्ति मंत्री ने कहा कि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर अनाप-शनाप बयानबाजी पर उतर आए हैं। खुद तो सीएम बन नहीं पाए, अब जब मंडी से जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री बने हैं तो उनसे त्याग पत्र मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि 70 से 71 वर्षों के बाद मंडी जिला को मुख्यमंत्री मिला है लेकिन कांग्रेस के स्वयं-भू नेता इसका विरोध करके त्याग पत्र मांगने में लगे हुए हैं। जब कर्म सिंह ठाकुर मुख्यमंत्री बन रहे थे तो उनका विरोध पंडित सुखराम ने किया था और जब सुखराम मुख्यमंत्री बन रहे थे तो कौल सिंह ठाकुर विरोध में उतर आए थे। कौल सिंह तो आज दिन तक अगला मुख्यमंत्री मैं ही हूं के नारे पर ही वोट लेकर चुनाव जीतते रहे। उन्होंने कहा कि शिमला के लोगों ने वीरभद्र सिंह का विरोध नहीं किया और न ही उनसे इस्तीफा मांगा है। उन्होंने कहा कि जब कौल सिंह ठाकुर कांग्रेस सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे तो उनके कार्यकाल में ही ऑक्सीजन गैस सिलैंडर सप्लाई का घोटाला हुआ था। कौल सिंह बताएं कि उनके कार्यकाल में एसआरएल लैब को क्यों निजी कंपनी को दिया गया। उन्होंने कहा कि जब वह जल शक्ति मंत्री थे तो दाबला का कांड, मंडी शहर के साथ लगती पहाड़ी पर स्थित स्टोन क्रशर की जो पैनल्टी 2,90,80,000  रुपए की लगी थी, उसे क्यों नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने पंजोठी नाला पेयजल योजना 2006-07 में स्वीकृत की थी लेकिन आगे कुछ भी नहीं किया। अब इस योजना को भाजपा सरकार बनाने जा रही है। भाजपा बदले की भावना से काम करने पर विश्वास नहीं रखती है। अगर कांग्रेस नेता चाहते हैं तो उनकी सरकार के दौरान हुए घोटालों की जांच शुरू करवा दी जाएगी। इस मौके पर प्रदेश भाजपा महामंत्री एवं विधायक राकेश जम्वाल, विधायक विनोद कुमार, प्रकाश राणा, इंद्र सिंह गांधी, जवाहर ठाकुर और जिला मंडी भाजपा के अध्यक्ष रणवीर सिंह उपस्थित रहे।

कोरोना ने हिमाचल के विकास पर लगा दी ब्रेक
महेंद्र ठाकुर ने कहा कि जहां पूरे देश में कोरोना महामारी से प्रभावित हुआ है, वहीं हिमाचल प्रदेश में भी विकास के रथ को ब्रेक लग गई है। बावजूद इसके मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपनी सूझबूझ से जिस तरह से काम किया है, उसकी बदौलत उन्हें सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री के खिताब से नवाजा गया है। उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न राज्यों में हिमाचल के हमारे लोग रह रहे थे, उन्हें इस महामारी के कारण घर वापस लाना जरूरी हो गया था और उनकी घर वापसी के बाद ही हिमाचल प्रदेश में कोरोना के मामलों में वृद्धि हुई है। हिमाचल में गंभीर स्थिति नहीं है। जो मामले कोरोना के आ रहे हैं, उनसे लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।

कांग्रेस नेता बताएं संकट में लोगों की क्या मदद की
कांग्रेस नेताओं पर हमला करते हुए महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि जब इनकी जरूरत थी तो बिलों में दुबके रहे और अब जब मुख्यमंत्री की सूझबूझ की बदौलत कोरोना वायरस की स्थिति नियंत्रित होने लगी है तो बिलों से बाहर निकल आए। भाजपा के छोटे कार्यकत्र्ता से लेकर मंत्री व विधायक संकट की इस घड़ी में अपने-अपने क्षेत्रों के लोगों की मदद के लिए आगे आए हैं। कांग्रेस नेता बताएं कि उन्होंने 15 मार्च से लेकर 8 जून तक लोगों की क्या मदद की है।

धर्मपुर की जनता को फ्री बांटा सैनिटाइजर
महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि कोरोना की इस संकट की घड़ी में धर्मपुर की जनता को सैनिटाइजर बांटा है, वह फ्री में बांटा है। इस सैनिटाइजर की बड़ी-बड़ी पैकिंग आईटीसी कंपनी ने दी है। इसे सभी लोगों तक पहुंचाने के लिए एक कैनी को तो एक परिवार को नहीं दिया जा सकता था। इसलिए छोटी-छोटी पकिंग करके फ्री में लोगों को बांटा गया।

 

 

Kuldeep